आईफोन 15 सीरीज के साथ ऑल स्क्रीन सपने को पूरा करने की तरफ बढ़ रही ऐपल
ऐपल लंबे समय से एक ऐसे आईफोन का सपना देख रही है, जो ऑल स्क्रीन हो यानी डिस्प्ले के चारों तरफ कोई बॉर्डर न हो और कैमरे या सेंसर के लिए कोई कटआउट न हो। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अब ऐपल आगामी आईफोन 15 सीरीज के साथ अपने इस लक्ष्य को हासिल करने की तरफ बढ़ने के लिए तैयार है। जान लेते हैं आगामी आईफोन 15 सीरीज में नई डिजाइन के साथ और क्या बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
ऑल स्क्रीन में घट जाएगा चारों तरफ के बॉर्डर का साइज
रिपोर्ट के मुताबिक, आईफोन 15 प्रो और प्रो मैक्स मॉडल की डिस्प्ले एक नई टेक्नोलॉजी 'मोल्डिंग पर कम इंजेक्शन दबाव' या 'LIPO' के साथ बनाई जाएगी। ऐपल अपडेट से जुड़ी जानकारी देने वाले मार्क गुरमन ने कहा कि यह डिस्प्ले के चारों तरफ के बॉर्डर के साइज को मौजूदा 2.22 मिलीमीटर से घटाकर 1.5 मिलीमीटर कर देगी। ऐपल 2017 में लॉन्च किए गए आईफोन X के साथ ही ऑल स्क्रीन के लिए प्रयास कर रही है।
नए डिजाइन से आसान होगी आईफोन की रिपेयरिंग
आईफोन 15 सीरीज में होने वाले अन्य बदलावों के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्रॉस्टेड ग्लास बैक को बरकरार रखा जाएगा। इसके अलावा आईफोन 15 प्रो में किनारों और फ्रंट को जोड़ने वाले किनारे अब अधिक स्मूद और कम धारदार होंगे। डिजाइन में होने वाले इस सुधार का उद्देश्य सिर्फ फोन के लुक को बदलना नहीं है। इस नए डिजाइन के जरिए आईफोन की रिपेयरिंग को भी आसान बनाना है।
चार्जिंग पोर्ट और कैमरे में होंगे बड़े बदलाव
फोन के बाहरी लुक और डिजाइन के अलावा इसके भीतरी हार्डवेयर में भी बड़े अपग्रेड होंगे। फोन में एक नई 3-नैनोमीटर चिप दी जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक, यह काफी फास्ट होगी। आईफोन 15 सीरीज में एक बड़ा बदलाव चार्जिंग के लिए टाइप-C पोर्ट होगा। इससे डिवाइस को केबल के साथ बिना सिंक किए हुए भी तेज डाटा ट्रांसफर किया जा सकेगा। रियर कैमरे में भी बेहतर लेंस और ऑप्टिकल जूम सहित बड़े अपग्रेड होंगे।
म्यूट स्विच की जगह दी जा सकती है एक्शन बटन
आईफोन में दी जाने वाली म्यूट या रिंग स्विच की जगह आगामी आईफोन में ऐपल वॉच की तरह 'एक्शन बटन' दी जा सकती है। यूजर्स सॉफ्टवेयर के जरिए इसके फंक्शन को कस्टमाइज कर पाएंगे। इस बटन के जरिए यूजर्स फोकस मोड पर स्विच करने के साथ ही कैमरा चालू करने, टॉर्च ऑन करने, ट्रांसलेशन जैसे फीचर एक्सेस कर सकते हैं। आगामी आईफोन के किनारों पर स्टेनलेस स्टील की जगह एक मजबूत और हल्का मैटेरियल टाइटेनियम इस्तेमाल किया जा सकता है।