
आधार फेसRD ऐप हुई लॉन्च, फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए कर सकेंगे ID वेरिफिकेशन
क्या है खबर?
ढेरों सरकारी और गैर-सरकारी योजनाओं या सेवाओं के लिए आधार कार्ड की जरूरत पड़ती है और इसके जरिए पहचान कन्फर्म करना अब आसान हो गया है।
यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने आधार फेसRD नाम की ऐप लॉन्च की है, जिसकी मदद से फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए ID वेरिफिकेशन किया जा सकेगा।
गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध यह ऐप्लिकेशन स्मार्टफोन्स में मिलने वाली फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी के साथ चेहरे का डाटा कैप्चर करेगी और आधार डाटाबेस से मैच करेगी।
ट्वीट
आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दी जानकारी
UIDAI ने पिछले सप्ताह अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस ऐप की जानकारी दी।
ट्वीट में लिखा, 'नागरिक अब फेस ऑथेंटिकेशन फीचर इस्तेमाल करने के लिए UIDAI की RD ऐप की मदद ले सकते हैं, जिसकी मदद से कई आधार ऑथेंटिकेशन ऐप्स जैसे- जीवनप्रमाण, PDS, स्कॉलरशिप स्कीम्स, कोविन और किसान कल्याण योजनाओं में आसानी से ID वेरिफिकेशन किया जा सकेगा।'
बता दें, आधार फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी को UIDAI की ओर से इन-हाउस डिवेलप किया गया है।
फायदा
आइरिस या फिंगरप्रिंट स्कैन्स की जरूरत नहीं
UIDAI की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, आधार धारकों की पहचान, जिसमें उनके आधार नंबर और डेमोग्राफिक या बायोमेट्रिक डाटा शामिल होता है, उसे फेस ऑथेंटिकेशन के साथ सेंट्रल आइडेंटिटी डाटा रिपॉजिटरी में स्टोर किया जा सकता है।
ऐप लॉन्च के बाद आधार धारकों को आइरिस और फिंगरप्रिंट स्कैन्स के लिए स्थानीय आधार इनरोलमेंट सेंटर तक नहीं जाना होगा।
फेस ऑथेंटिकेशन के साथ आधार धारक की असली पहचान वैलिडेट की जाएगी।
तरीका
ऐसे इस्तेमाल कर सकते हैं आधार फेसRD ऐप
एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर्स को सबसे पहले अपने डिवाइस में गूगल प्ले स्टोर ओपेन करना होगा और आधार फेसRD ऐप सर्च करनी होगी।
स्क्रीन पर ऐप दिखने के बाद इंस्टॉल पर टैप करना होगा और यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद ऐप ओपेन करनी होगी।
फेस ऑथेंटिकेशन के लिए स्क्रीन पर दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए 'प्रोसीड' पर टैप करना होगा।
ऑथेंटिकेशन आसान बनाने के लिए चेहरा उजाले में कैमरे के पास और क्लियर बैकग्राउंड के साथ रखना होगा।
सुरक्षा
पूरी तरह सुरक्षित है वेरिफिकेशन का नया तरीका
फेस ऑथेंटिकेशन के साथ पहचान कन्फर्म करने से जुड़ा तरीका पूरी तरह सुरक्षित और भरोसेमंद है और UIDAI की टीम ने इसे तैयार किया है।
दरअसल, ढेरों सेवाएं लेने के लिए अब यूजर्स को आधार कार्ड की जरूरत पड़ती है।
इसमें किसी सरकारी सेवा से लेकर प्राइवेट कंपनियों की ओर से दी जाने वाली सुविधाएं शामिल हो सकती हैं।
यही वजह है कि हैकर्स और फ्रॉड करने वाले इंटरनेट यूजर्स की आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी चुराना चाहते हैं।
सावधानी
देखें, कहां लिंक है आपका आधार?
टेलिकॉम एनिलिटिक्स फॉर फ्रॉड मैनेजमेंट एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन (TAFCOP) की वेबसाइट से पता किया जा सकता है कि कितने फोन नंबर एक यूजर के आधार से रजिस्टर्ड हैं।
अगर आपके आधार नंबर से कोई ऐसा मोबाइल नंबर लिंक मिलता है, जो आपने रजिस्टर नहीं करवाया तो ऐक्शन लिया जा सकता है।
आप टेलिकॉम कंपनी से संपर्क कर इस बारे में जरूरी कार्रवाई कर सकते हैं।
आप मास्क्ड आधार का प्रयोग कर सकते हैं, जिसमें केवल आखिरी चार अंक दिखते हैं।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
आधार कार्ड अपडेट करना चाहें, तो आपको कोई थर्ड पार्टी ऐप आदि डाउनलोड करने की जरूरत नहीं है। इसके लिए UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और जरूरी दस्तावेजों के साथ जानकारी अपडेट हो जाएगी।