मानसून सत्र के समापन से पहले राज्यसभा और लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, हंगामा बना कारण
संसद का मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त तक चलना था, लेकिन शुक्रवार को उच्च सदन राज्यसभा और निचली सदन लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। राज्यसभा में पिछले कुछ दिनों से विपक्ष लगातार सभापति जगदीप धनखड़ पर भेदभाव का आरोप लगा रहा था। शुक्रवार को दोपहर के भोजन के बाद सत्र को 3 बार स्थगित करना पड़ा। इसके बाद विपक्ष के बहिर्गमन के कारण सभापति धनखड़ ने राज्यसभा को अनिश्चितकाल के स्थगित किया गया।
राज्यसभा में किस बात पर बढ़ गया विवाद?
राज्यसभा में पेरिस ओलंपिक 2024 में कुश्ती पहलवान विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित होने पर 2 दिन से हंगामा चल रहा था, लेकिन शुक्रवार को मुद्दा दूसरी दिशा में बढ़ गया। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने राज्यसभा की कार्रवाई शुरू होने के बाद सभापति धनखड़ को घनश्याम तिवाड़ी का पुराना बयान याद दिलाया, जिसमें उन्होंने नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। मामले में सभापति से मांग की गई कि घनश्याम तिवाड़ी माफी मांगे।
कांग्रेस का मुद्दा शांत होते ही जया बच्चन का मुद्दा गर्माया
कांग्रेस सांसद प्रदीप तिवारी ने कहा कि घनश्याम तिवाड़ी ने उस दिन जिस लहजे में बात की थी, वह सही नहीं थी। इसके लिए माफी मांगे। हालांकि, सभापति धनखड़ ने माफी मांगने के लिए मंजूरी नहीं थी। किसी तरह यह मुद्दा शांत हुआ था कि जया बच्चन ने सभापति धनखड़ के लहजे को लेकर आपत्ति जता दी। उन्होंने कहा कि उनका लहजा सही नही है और वह इसे अस्वीकार्य करती हैं। इसके बाद विपक्षी सांसद सदन से बाहर चले गए।
महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी में था विपक्ष
विपक्षी सांसदों ने सदन के अंदर और बाहर सभापति के बर्ताव को लेकर नाराजगी जाहिर की और भेदभाव का आरोप लगाया। खबरों में सामने आया कि विपक्ष अनुच्छेद 67 के तहत महाभियोग का प्रस्ताव लाएगा। हालांकि उससे पहले राज्यसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इस दौरान सभापति धनखड़ ने कहा कि वह आशा, अपेक्षा और विश्वास के साथ देख रहे हैं कि अगला सत्र सदन के प्रत्येक सदस्य के लिए और पूरे देश के लिए लाभकारी होगा।