संसद की सुरक्षा में तैनात CISF जवान ने राज्यसभा सांसद को प्रवेश पर रोक लिया
संसद की सुरक्षा में तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने तमिलनाडु से राज्यसभा सांसद एमएम अब्दुल्ला को प्रवेश करने से रोक दिया और उनसे कारण पूछा। इससे नाराज द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के नेता अब्दुल्ला ने राज्यसभा के उपसभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखकर शिकायत की और नाराजगी जताई है। उन्होंने मामले को अभूतपूर्व बताते हुए इसका संज्ञान लेकर CISF और सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का अनुरोध किया है।
क्या है पूरा मामला?
अब्दुल्ला ने पत्र में लिखा कि मंगलवार को दोपहर बाद 2:40 बजे वह संसद में किसी कार्य से आए थे, लेकिन संसद भवन के अंदर प्रवेश करते समय CISF कर्मियों ने उन्हें रोक लिया और उनसे परिसर में जाने की जगह और वजह पूछी। अब्दुल्ला ने पत्र में लिखा कि इससे पहले संसदीय सुरक्षा सेवा (PSS) जब यह जिम्मा संभालती थी, तो कभी ऐसा दुर्व्यवहार नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि सांसदों को संसद में जाने से नहीं रोका जा सकता।
संसद की सुरक्षा में सेंध लगने के बाद बदली गई जिम्मेदारी
पिछले साल दिसंबर में शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में 2 युवक सुरक्षा में सेंध लगाते हुए प्रवेश कर गए थे और सदन में हंगामा कर दिया था। इसके बाद संसद की सुरक्षा का जिम्मा दिल्ली पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) से लेकर CISF को सौंप दी गई थी। संसद भवन के भीतर PSS यह काम देखती थी, लेकिन उसकी जगह भी अब CISF के जवान तैनात हैं।