उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव: दूसरे चरण के 25 प्रतिशत उम्मीदवार दागी, 12 प्रत्याशी हैं निरक्षर
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश में आगामी 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान की तैयारी चल रही है। इस चरण में कुल 584 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
इसी बीच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) के विश्लेषण में सामने आया है कि दूसरे चरण के 25 प्रतिशत यानी 147 उम्मीदवार दागी हैं और 113 के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं।
इसी तरह 12 उम्मीदवार निरक्षर हैं तो 114 ने केवल आठवीं कक्षा पास की है।
अपराध
18 के खिलाफ दर्ज हैं हत्या के प्रयास के मामले
ADR के अनुसार, पहले चरण में 9 जिलों की 55 विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे कुल 586 उम्मीदवारों में से 584 के स्वयं घोषणा पत्रों के विश्लेषण में सामने आया कि 147 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
इनमें से 113 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। छह उम्मीदवारों के खिलाफ महिलाओं के खिलाफ अपराध, एक के खिलाफ हत्या (धारा 302) और 18 उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या के प्रयास (धारा 307) के तहत मामले दर्ज हैं।
जानकारी
29 सीटों पर तीन से अधिक दागी उम्मीदवार
दूसरे चरण की 55 में से 29 अति संवेदनशील सीटें ऐसी हैं, जहां चुनाव लड़ रहे तीन या इससे अधिक उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। दूसरे चरण में चुनाव लड़ रहे कुल उम्मीदवारों में से केवल केवल 69 ही महिला उम्मीदवार मैदान में हैं।
दागी उम्मीदवार
समाजवादी पार्टी ने दिए सबसे ज्यादा दागियों को टिकट
अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा दूसरे चरण में उतारे गए 52 उम्मीदवारों में से 35 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
इसी तरह कांग्रेस के 54 में से 23, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 55 में से 20, भाजपा के 53 में से 18, राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के तीन में से एक और आम आदमी पार्टी (AAP) के 49 में से सात उम्मीदवारों ने अपने हलफनामे में आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
जानकारी
समाजवादी पार्टी के 25 उम्मीदवारों के खिलाफ दर्ज हैं गंभीर मामले
हलफनामे के अनुसार, समाजवादी पार्टी के 25, कांग्रेस के 16, बसपा के 15 और भाजपा के 11 उम्मीदवार गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। RLD के एक और AAP के छह उम्मीदवारों ने भी अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
करोड़पति
44 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति
जिन उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया गया, उनमें से 260 (46 प्रतिशत) करोड़पति हैं।
भाजपा के 53 में से 52, समाजवादी पार्टी के 52 में से 48, बसपा के 55 में से 46, कांग्रेस के 54 में से 31, AAP के 49 में से 16 और RLD के तीन में से दो उम्मीदवार करोड़पति हैं।
इन सभी उम्मीदवारों ने अपने हफनामे में अपने पास एक करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति होने की जानकारी दी है।
शिक्षा
केवल साक्षर हैं 67 उम्मीदवार
ADR के अनुसार, दूसरे चरण के 584 उम्मीदवारों में से 12 उम्मीदवार निरक्षर है। इसी तरह 67 उम्मीदवारों को साक्षरता का ज्ञान हैं।
इनके अलावा 12 उम्मीदवारों ने कक्षा पांचवी, 35 ने आठवीं, 58 ने 10वीं और 88 उम्मीदवारों ने कक्षा 12वीं तक की पढ़ाई कर रखी है।
इसी तरह 102 उम्मीदवारों ने स्नातकोत्तर, 108 ने स्नातक, 89 ने स्नातक पेशेवर, छह ने डॉक्टरेट और पांच ने डिप्लोमा किया है। दो उम्मीदवारों ने अपनी शिक्षा का विवरण ही नहीं दिया।
उम्र
41-50 साल के बीच है 179 प्रतिशत उम्मीदवारों की उम्र
चुनाव मैदान में खड़े कुल 684 उम्मीदवारों में से 179 की उम्र 41 से 50 साल के बीच है।
इसी तरह 150 उम्मीदवारों की उम्र 31-40 साल, 130 उम्मीदवारों की उम्र 51-60 साल, 62 उम्मीदवारों की उम्र 61-70 साल, छह की 71-80 साल और एक की उम्र 81-90 साल के बीच है।
इसके उलट महज 56 उम्मीदवारों की उम्र ही 25-30 साल के बीच है। ऐसे में इस चरण में युवा उम्मीदवारों की संख्या बहुत कम है।
कार्यक्रम
क्या है उत्तर प्रदेश में आगे के मतदान का कार्यक्रम?
चुनाव आयोग द्वारा घोषित किए गए कार्यक्रम के अनुसार उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होने हैं।
पहले चरण के मतदान के बाद अब 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को आगामी चरणों के लिए वोट डाले जाएंगे।
इसके बाद उत्तर प्रदेश और चार अन्य राज्यों की मतगणना 10 मार्च को होगी और उसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे।
राज्य में भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा समेत कई प्रमुख दल मैदान में हैं।