गुलाम नबी आजाद को पद्म पुरस्कार दिए जाने पर कपिल सिब्बल ने साधा कांग्रेस पर निशाना
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने मंगलवार शाम को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा की है।
इसमें जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण पुरस्कार के लिए नामित किया गया है।
इसको लेकर कांग्रेस के दिग्गत नेता कपिल सिब्बल ने आजाद को बधाई देते हुए अपनी ही पार्टी पर बड़ा निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि विडंबना की बात है कांग्रेस को आजाद की सेवाओं की जरूरत ही नहीं है।
ट्वीट
सिब्बल ने ट्वीट कर साधा कांग्रेस पर निशाना
इंडिया टुडे के अनुसार, सिब्बल ने ट्वीट कर कांग्रेस पर बड़ा निशाना साधा है।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'गुलाम नबी आजाद को पदम भूषण मिला है। बधाई हो भाईजान। विडंबना यह है कि जब देश सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान को मान्यता दे रहा है और कांग्रेस को उनकी सेवाओं की आवश्यकता नहीं है।'
बता दें कि सिब्बल का बयान ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस की तरफ से इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
बयान
शशि थरूर ने भी दी है आजाद को बधाई
इधर, कांग्रेस नेता और तिरुवनंतपुरम सांसद शशि थरूर ने भी आजाद को बधाई दी है। उन्होंने लिखा, 'गुलाम नबी आजाद को उनके पद्म भूषण पर बहुत बधाई। जनसेवा के लिए दूसरे पक्ष की सरकार की तरफ से भी पहचाना जाना अच्छी बात है।'
अन्य
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आजाद को बताया गुलाम
एक अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी इस मामले पर ट्वीट के जरिए प्रतिक्रिया देते हुए अप्रत्यक्ष रूप से आजाद को गुलाम बताया है।
दरअसल, सरकार ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य को भी पद्म भूषण देने का ऐलान किया है, लेकिन भट्टाचार्य ने उसे ठुकराने का ऐलान किया है।
भट्टाचार्य के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए रमेश ने ट्वीट किया, 'बुद्धदेब भट्टाचार्य ने सही कदम उठाया, वो आजाद रहना चाहते हैं, गुलाम नहीं।'
पृष्ठभूमि
128 लोगों पद्म पुरस्कार देगी सरकार
बता दें कि सरकार ने मंगलवार को पद्म पुरस्कारों की घोषणा की थी। इनमें पहले CDS दिवंगत जनरल बिपिन रावत, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और गीता प्रेस गोरखपुर के चेयमैन राधेश्याम खेमका को मरणोपरांत सहित चार लोगों को पद्म विभूषण देने की घोषणा की गई है।
इसी तरह गुलाम नबी आजाद सहित 17 लोगों को पद्म भूषण और विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए 102 लोगों को पद्म श्री देने का ऐलान किया गया है।
नजदीकी
प्रधानमंत्री मोदी के साथ रही है आजाद की नजदीकी
बता दें कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी उनकी काफी नजदीकियां रही है।
प्रधानमंत्री संसद में खुलकर उनकी प्रशंसा कर चुके हैं। इतना ही नहीं पिछले साल फरवरी में आजाद का राज्यसभा से कार्यकाल खत्म होने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी विदाई भाषण में भावुक तक हो गए थे।
उस समय प्रधानमंत्री मोदी ने गुलाम नबी आजाद के संग बिताए पलों को याद किया था।
G-23 समूह
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
बता दें कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के उन 23 नेताओं (G-23) में शामिल हैं जिन्होंने शीर्ष नेतृत्व के काम करने के तरीके पर सवाल उठाए थे और पार्टी में बड़े सुधारों की मांग की थी। वे समय-समय पर नेतृत्व की आलोचना करते रहते हैं।
उनके अलावा इस समूह में कपिल सिब्बल, शशि थरूर, मनीष तिवारी, आनंद शर्मा, पीजे कुरियन, रेणुका चौधरी, मिलिंद देवड़ा, मुकुल वासनिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, भूपेंदर सिंह हुड्डा जैसे नेता शामिल हैं।