महाराष्ट्र: शराब नहीं है वाइन, बिक्री बढ़ने से दोगुनी होगी किसानों की कमाई- संजय राउत
क्या है खबर?
महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने गुरुवार को राज्य के सुपरमार्केट्स और वॉक-इन स्टोर्स पर वाइन की बिक्री के प्रस्ताव को मंजूरी देने के साथ ही विवाद खड़ा हो गया है। विपक्षी दल भाजपा इसका पुरजोर विरोध कर रही है।
इसी बीच अब शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सरकार के फैसले का बचाव करते हुए कहा है कि वाइन शराब नहीं होती है। राज्य में इसकी बिक्री बढ़ने से किसानों की कमाई दोगुनी हो जाएगी।
पृष्ठभूमि
महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को दी थी प्रस्ताव को मंजूरी
बता दें कि महाराष्ट्र कैबिनेट ने गुरुवार को राज्य के सभी सुपरमार्केट और वॉक-इन स्टोर पर वाइन बेचे जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।
सरकार ने कहा था कि इससे फलों से बनने वाली वाइनरी को बढ़ावा मिलेगा और किसानों को अतिरिक्त लाभ मिलेगा।
प्रस्ताव के अनुसार, राज्य में महाराष्ट्र दुकान और प्रतिष्ठान अधिनियम के तहत पंजीकृत 1,000 वर्ग फुट से अधिक क्षेत्र वाले सुपरमार्केट और वॉक-इन स्टोर्स को वाइन बेचने की अनुमति दी जाएगी।
तर्क
प्रस्ताव की मंजूरी के पीछे सरकार ने यह दिया गया था तर्क
महाराष्ट्र सरकार ने इस प्रस्ताव को मंजूरी देने के पीछे तर्क दिया था कि राज्य में वर्तमान में फलों, फूलों और शहद से वाइन बनाई जा रही है। इस फैसले से वाइन बनाने वाली छोटी कंपनियों और राज्य के किसानों को फायदा होगा।
सरकार ने कहा था कि शराबबंदी वाले जिले, धार्मिक स्थलों और शैक्षणिक संस्थानों के पास वाइन बिक्री की अनुमति नहीं होगी। वाइन बेचने के लिए संचालकों को 5,000 रुपये सालाना लाइसेंस फीस भी चुकानी होगी।
विरोध
सरकार के निर्णय का विरोध कर रही है भाजपा
भाजपा ने इस फैसले का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार शराब के सेवन को बढ़ावा दे रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "हम महाराष्ट्र को एक 'मद्य राष्ट्र' नहीं बनने देंगे। पिछले दो साल से कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहे लोगों की शिवसेना-NCP-कांग्रेस वाली महा विकास अघाड़ी सरकार ने कोई मदद नहीं की, लेकिन शराब की बिक्री को बढ़ावा देना इनकी प्राथमिकता में है।
बचाव
संजय राउत ने किया सरकार के फैसले का बचाव
भाजपा के विरोध के बाद संजय राउत ने कहा, "वाइन शराब नहीं है। वाइन उद्योग काफी हद तक अंगूर, चीकू, अमरूद और अनाजों पर निर्भर है। अगर वाइन की बिक्री बढ़ती है तो किसानों को फायदा होगा। हमने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए ऐसा किया है।"
उन्होंने कहा, "भाजपा हर चीज का विरोध करती है, लेकिन किसानों के लिए कुछ नहीं करती है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे सही कहा है। भाजपा ने सार्वजनिक क्षेत्र को बेच दिया है।"
वाइन
न्यूजाबइट्स प्लस (जानकारी)
वाइन भी शराब का एक प्रकार है और इस शराब को बनाने में मुख्य रूप से अंगूर सहित अन्य फलों का इस्तेमाल किया जाता है।
इसमें अल्कोहल की मात्रा नौ से 18 प्रतिशत तक हो सकती है। इसे फलों की किणवन प्रक्रिया के जरिए ही तैयार किया जाता है।
सामान्य वाइन रंगों के आधार पर दो प्रकार की होती है। पहली रेड वाइन और दूसरी व्हाइट या वाटर वाइन। इसका नामांकन अंगूरी की क्वालिटी के आधार पर किया जाता है।