दिल्ली के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री आतिशी के सामने होंगी अलका लांबा, संभावित उम्मीदवार सामने आए
दिल्ली के विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस जल्द ही उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर सकती है। इसमें मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ अलका लांबा को उतारा जा सकता है। दिल्ली में मंगलवार को कांग्रेस की हुई बैठक में 35 सीटों पर चर्चा हुई, जिसमें 28 पर नाम तय लिए गए हैं। इनका ऐलान जल्द ही हो सकता है। जंगपुरा सीट से पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ कांग्रेस की ओर से पूर्व उपमेयर फरहाद सूरी को उतारा जा सकता है।
दूसरी सूची में किन नामों की हो सकती है घोषणा
कांग्रेस की दूसरी सूची में महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा को कालकाजी सीट से उतारने की तैयारी है। यहां से अभी मुख्यमंत्री आतिशी विधायक हैं। लांबा के अलावा सीमापुरी सीट से कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष राजेश लिलोठिया, जंगपुरा से फरहाद सूरी, मटिया महल से आसिम अहमद और बिजवासन से देवेंद्र सहरावत को उतारा जा सकता है। बता दें कि विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने आतिशी को दोबारा कालकाजी से उम्मीदवार बनाया है।
कांग्रेस जारी कर चुकी है 21 उम्मीदवारों की सूची
कांग्रेस ने अभी 21 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिसमें नई दिल्ली सीट से पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित उम्मीदवार हैं। इस सीट से अरविंद केजरीवाल चुनाव लड़ सकते हैं। इसके अलावा कांग्रेस ने नांगलोई से रोहित चौधरी, सुल्तानपुर माजरा से जय किशन, बादली से देवेंद्र यादव, नरेला से अरुणा कुमारी, वजीरपुर से रागिनी नायक, शालीमार बाग से प्रवीण जैन, सदर से अनिल भारद्वाज, चांदनी चौक से मुदित अग्रवाल, बल्लीमारान से हारून यूसुफ को उतारा है।
आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए
AAP ने सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं। AAP की पहली सूची में 11, दूसरी में 20, तीसरी में एक और चौथी सूची में 38 नाम शामिल हैं। चौथी सूची में पार्टी ने 20 विधायकों के टिकट काट दिए हैं। पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को जंगपुरा से मैदान में हैं। केजरीवाल नई दिल्ली, सौरभ भारद्वाज ग्रेटर कैलाश, बाबरपुर से गोपाल राय, मालवीय नगर से सोमनाथ भारती, राजेंद्र नगर से दुर्गेश पाठक, शकूर बस्ती से सत्येंद्र जैन उतरेंगे।
फरवरी में हो सकती है चुनाव की घोषणा
दिल्ली में AAP के नेतृत्व में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी, 2025 को समाप्त होगा। यहां 1998 से भाजपा सत्ता से बाहर है। केजरीवाल पिछले 10 साल से कुर्सी पर जमे हैं। उनसे पहले कांग्रेस की शीला दीक्षित 15 साल तक काबिज रहीं थीं। INDIA गठबंधन में शामिल कांग्रेस और AAP दिल्ली चुनाव में अलग-अलग उतरने की योजना बना चुके हैं। केजरीवाल और कांग्रेस के प्रमुख नेताओं ने गठबंधन से इंकार किया है।