दिल्ली में पानी की किल्ल्त: हरियाणा के मुख्यमंत्री ने उपराज्यपाल को दिया हरसंभव मदद का आश्वासन
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चल रही पानी किल्लत से परेशान लोगों को जल्द ही थोड़ी राहत मिल सकती है। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस संबंध में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी से बात की है और उन्होंने हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है। उपराज्यपाल ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री के अनुसार, दिल्ली को आवंटित हिस्से का पूरा पानी दिया जा रहा है। इसके बाद भी वह हरसंभव मदद करने को तैयार हैं।
दिल्ली ने हरियाणा पर लगाया पूरा पानी न देने का आरोप
पिछले सप्ताह के अंत में दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने मुख्यमंत्री सैनी को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि हरियाणा मुनक नहर से पर्याप्त पानी नहीं छोड़ रहा है, जो दिल्ली में 7 जल उपचार संयंत्रों के लिए महत्वपूर्ण है। आतिशी का दावा था कि दिल्ली को प्रतिदिन 1,050 क्यूसेक की जगह केवल 840 क्यूसेक पानी दिया जा रहा है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने इसका खंडन कर दिल्ली को उसके हिस्से से अधिक पानी देने का दावा किया है।
दिल्ली में पानी की किल्लत पर सुप्रीम कोर्ट ने दिया दखल
राजधानी में बढ़ती पारी की किल्लत पर सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल प्रदेश और हरियाणा दोनों सरकारों को दिल्ली में पानी की कमी को दूर करने के लिए अधिशेष पानी जारी करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। इसी तहर उसने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार से पानी बर्बादी रोकने और लीकेज का पता लगाने के लिए सक्रिय कदम उठाने को भी कहा है।
दिल्ली में पानी किल्लत के बढ़ा राजनीतिक तनाव
AAP सरकार ने आरोप लगाया था कि हरियाणा ने मुनक नहर में केवल 840 क्यूसेक पानी छोड़ा है, जबकि दिल्ली का हिस्सा 1,050 क्यूसेक प्रतिदिन है। इसके जवाब में हरियाणा सरकार ने AAP पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया। आतिशी ने चेतावनी दी कि अगर यही स्थिति बनी रही तो दिल्ली के सभी इलाकों में पानी की कमी हो सकती है। इसी तरह भाजपा ने मुख्यमंत्री सैनी को लिखे पत्र में आतिशी पर डाटा छिपाने का आरोप लगाया है।
राजनीतिक विवाद के बीच पानी की कमी से जूझ रहे हैं लोग
राजनीतिक विवाद के कारण राजधानी के कई इलाकों में पिछले सप्ताह के अंत बहुत कम पानी की आपूर्ति हुई है। दिल्ली सरकार ने मौजूदा जल स्थिति पर चर्चा के लिए उपराज्यपाल सक्सेना के साथ एक आपात बैठक बुलाने की मांग की। आतिशी ने सक्सेना से हस्तक्षेप का अनुरोध करते हुए कहा, "मैंने मुनक नहर से हरियाणा द्वारा छोड़े जा रहे अपर्याप्त पानी के बारे में बताने लिए उपराज्यपाल से समय मांगा है।"