महाराष्ट्र: रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग को लेकर रस्साकशी खत्म, भाजपा ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को उतारा
महाराष्ट्र में रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच चल रही रस्साकशी खत्म हो गई है। यह सीट भाजपा के हिस्से आई है और उसने यहां से केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को टिकट दिया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना यहां से किरण सामंत को उतारना चाहती थी, जो महाराष्ट्र सरकार में मंत्री उदय सामंत के भाई हैं। अंत में उसने अपनी दावेदारी वापस ले ली और सीट भाजपा को दे दी।
राणे का होगा मौजूदा सांसद विनायक राउत
महाराष्ट्र के विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (INDIA गठबंधन) में रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग सीट शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के हिस्से आई है। उसने इस सीट से विनायक राउत को उतारा है, जो 2019 लोकसभा चुनाव में यहां से जीते थे और मौजूदा सांसद हैं। हालांकि, तब भाजपा और शिवसेना का गठबंधन था। भाजपा इस सीट को शिवसेना के लिए छोड़ती आई है। 2009 में यहां से नारायण राणे के बेटे नीलेश राणे जीते थे, हालांकि वो कांग्रेस की टिकट पर लड़े थे।
कौन हैं नारायण राणे?
नारायण राणे महाराष्ट्र के दिग्गज नेता हैं, जो राज्य के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। अभी वह केंद्र सरकार में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मामलों के मंत्री हैं। उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत बाल ठाकरे की छत्रछाया में शिवसेना से शुरू की थी और 1999 में मुख्यमंत्री बने। हालांकि, उद्धव ठाकरे से टकराव के बाद उन्होंने 2005 में शिवसेना छोड़ दी और कांग्रेस में शामिल हो गए। 2019 में वह भाजपा में शामिल हो गए और केंद्रीय मंत्री बने।
महाराष्ट्र में है कड़ा मुकाबला
महाराष्ट्र उन राज्यों में से है, जहां इस लोकसभा चुनाव में सबसे कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। यहां विपक्ष और भाजपा दोनों के गठबंधन मजबूत हैं और ऊंट किस करवट बैठेगा, ये कहना बहुत मुश्किल है। यहां विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और NCP (शरद पवार गुट) शामिल हैं, वहीं सत्तारूढ़ गठबंधन में भाजपा, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और NCP (अजित पवार गुट) शामिल हैं। अजित और शिंदे ने मूल पार्टियों को तोड़ा था।
राजनीतिक तौर पर अहम है महाराष्ट्र
बता दें कि महाराष्ट्र राजनीतिक तौर पर बेहद अहम राज्य है। यहां 48 लोकसभा सीटें हैं, जो उत्तर प्रदेश के बाद सबसे अधिक हैं। पिछले चुनाव में यहां भाजपा और उसके गठबंधन ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की थी। हालांकि, इस बार यहां मुकाबला बेहद कड़ा है और गठबंधन भी बदल गए हैं। महाराष्ट्र में कुल 5 चरणों में वोट डाले जाने हैं। यहां 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई और 20 मई को मतदान होगा।