वर्तमान सांसदों में से 44 प्रतिशत पर आपराधिक मुकदमे, 5 की संपत्ति 100 करोड़ से ज्यादा
क्या है खबर?
देश के मौजूदा कुल सासंदों में से 44 प्रतिशत पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से 29 प्रतिशत पर हत्या, हत्या का प्रयास, सांप्रदायिक वैमनस्य को बढ़ावा देना, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसी संगीन धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं।
5 प्रतिशत सांसद अरबपति हैं, जिनकी संपत्ति 100 करोड़ रुपये से ज्यादा है। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) द्वारा सांसदों के हलफनामों की जांच से ये जानकारी सामने आई है।
भाजपा
आपराधिक चरित्र वाले भाजपा के सांसद ज्यादा
रिपोर्ट के मुताबिक, गंभीर आपराधिक मामलों वाले सांसदों में से 9 पर हत्या के मामले हैं। इनमें से 5 सांसद भाजपा के हैं। इसके अलावा 28 सांसदों पर हत्या के प्रयास से संबंधित मामले दर्ज हैं, जिनमें से 21 भाजपा के हैं।
16 मौजूदा सांसदों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े आरोप हैं, जिनमें से 3 पर बलात्कार के आरोप हैं। सबसे ज्यादा दागी सांसद उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश से हैं।
कांग्रेस
कांग्रेस-भाजपा में सबसे अधिक अरबपति सांसद
रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा और कांग्रेस में अरबपति सांसदों की संख्या सबसे अधिक है। सबसे अधिक घोषित संपत्ति वाले शीर्ष 3 सांसदों में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश और आंध्र प्रदेश के नरसापुरम से निर्दलीय सांसद कनुमुरु रघु राम कृष्ण राजू हैं।
73 प्रतिशत सांसदों के पास स्नातक या उच्च शैक्षणिक योग्यता है। मौजूदा सांसदों में से केवल 15 प्रतिशत महिलाएं हैं।
सवाल
किसने पूछे संसद में सबसे ज्यादा सवाल?
बलूरघाट से भाजपा सांसद और पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने 17वीं लोकसभा के दौरान सबसे ज्यादा 596 प्रश्न पूछे हैं। दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश के मंदसौर से भाजपा सांसद सुधीर गुप्ता हैं, जिन्होंने 586 सवाल पूछे हैं।
जमशेदपुर से भाजपा सांसद बिद्युत बरन महतो 580 सवाल पूछकर तीसरे नंबर पर हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 17वीं लोकसभा के दौरान सांसदों ने कुल 92,271 सवाल सदन में पूछे हैं।
विधेयक
45 विधेयक पेश किए जाने वाले दिन ही पारित हुए
17वीं लोकसभा के कार्यकाल के दौरान कुल 240 विधेयक पेश किए गए, जिनमें से 222 विधेयक पारित हुए।
इनमें से 45 सदन में पेश किए जाने वाले दिन ही पारित भी कर दिए गए। जिन विधेयकों को पेश करने वाले दिन ही मंजूरी मिली उनमें विनियोग (लेखानुदान) विधेयक, विनियोग विधेयक, जम्मू और कश्मीर विनियोग (दूसरा) विधेयक, केंद्रीय वस्तु और सेवा कर (संशोधन) विधेयक, 2023 और चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक 2021 शामिल हैं।
जगह
कहां के सांसद रहे ज्यादा सक्रिय?
छत्तीसगढ़ के सांसदों की औसत उपस्थिति सबसे अधिक रही। राज्य के 11 प्रतिनिधियों ने 273 बैठकों में से 216 में भाग लिया।
अरुणाचल प्रदेश के सांसदों की औसत उपस्थिति सबसे कम रही। यहां के 2 सांसदों ने केवल 127 बैठकों में भाग लिया।
सवाल पूछने के मामले में महाराष्ट्र के सांसद सबसे आगे रहे। यहां के 48 सांसदों ने 315 सवाल पूछे। अजमेर से भाजपा के भागीरथ चौधरी और कांकेर से मोहन मंडावी की सदन में 100 प्रतिशत उपस्थिति रही।