हिमाचल सियासी संकट थमा नहीं? बागी विधायकों से मिले विक्रमादित्य, बीच में छोड़ी कैबिनेट बैठक
क्या है खबर?
हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक उठापटक कम होने का नाम नहीं ले रही है। 29 फरवरी को कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक डीके शिवकुमार और भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश में राजनीतिक संकट खत्म होने की बात कही थी।
उन्होंने दावा किया था कि सहमति से सबकुछ सुलझा लिया गया है, लेकिन ऐसा लग नहीं रहा है। मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले विक्रमादित्य सिंह के तेवर अब भी अलग नजर आ रहे हैं।
मुलाकात
कांग्रेस के बागी विधायकों से मिले विक्रमादित्य
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विक्रमादित्य ने कल कांग्रेस के बागी विधायकों से मुलाकात की है। इन सभी विधायकों को पंचकुला में ठहराया गया है। खबर है कि कांग्रेस के 2 और विधायकों ने बागी विधायकों से मुलाकात की है।
हालांकि, इस दौरान क्या चर्चा हुई, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
बता दें कि बागी विधायकों को स्पीकर ने अयोग्य घोषित कर दिया है, जिसके खिलाफ विधायकों ने हाई कोर्ट का रुख किया है।
बैठक
विक्रमादित्य ने कैबिनेट बैठक बीच में ही छोड़ी
कल देर शाम मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कैबिनेट बैठक बुलाई थी। इसमें विक्रमादित्य शामिल तो हुए लेकिन बीच में ही उठकर चल दिए।
विक्रमादित्य अब दिल्ली रवाना हो गए हैं। कहा जा रहा है कि 2 मार्च को उन्हें सड़क एवं परिवहन मंत्रालय की एक बैठक में हिस्सा लेना है। पहले बागी विधायकों से मुलाकात और फिर दिल्ली दौरे से राज्य में सियासी हलचल की अटकलें और बढ़ गई हैं।
भाजपा
प्रतिभा सिंह ने की भाजपा की तारीफ
एक तरफ विक्रमादित्य तो दूसरी तरफ हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह के बयान भी अटकलों को हवा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस में बहुत सी चीजें की जानी बाकी हैं। सांसद के तौर पर मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा बार-बार किया और लोगों की समस्याओं को जानने की कोशिश की है। यह सच है कि भाजपा की कार्यप्रणाली हमसे बेहतर है।"
बयान
भाजपा में जाने के सवाल पर बोलीं प्रतिभा- देखा जाएगा
प्रतिभा ने भाजपा में जाने के सवाल पर कहा, "अभी तक तो ऐसा नहीं है। भगवान जाने आगे क्या स्थिति बनती है। बादल आते हैं, बारिश होती है। पहले से जान नहीं सकता कि कब बारिश हो जाएगी और कब बर्फ पड़ जाएगी। आगे क्या हालात बनते हैं, इसे लेकर अभी कुछ नहीं कह सकती।"
प्रतिभा के इस बयान को भाजपा के साथ जाने की संभावनाओं के द्वार खुले रखने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
हिमाचल
हिमाचल प्रदेश में अब तक क्या-क्या हुआ?
राज्य में हालिया सियासी उठापटक राज्यसभा चुनावों के दौरान शुरू हुई थी। तब कांग्रेस के 6 विधायकों ने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट दिया था। बाद में स्पीकर ने दलबदल कानून का हवाला देकर इन सभी की सदस्यता रद्द कर दी थी।
इससे पहले लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य ने मुख्यमंत्री सुक्खू पर अपमान करने का आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, विक्रमादित्य का इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है।