विश्व कैंसर दिवस: शरीर के इन संकेतों की पहचान करके फौरन करवाएं कैंसर का इलाज

हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है कि कैंसर कितना घातक रोग है, क्योंकि हर साल इसकी चपेट में आकर दुनियाभर के लाखों लोग अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। ऐसे में अगर कैंसर का सही वक्त पर पता नहीं लग पाता तो यह लाइलाज बीमारी बन जाती है। तो आइए जानें, उन लक्षणों के बारे में जिनपर ध्यान देकर कैंसर से बचाव हो सकता है।
आजकल पाचन की समस्या बेहद आम हो गई है। बड़ों के साथ-साथ युवा वर्ग भी इसकी चपेट में तेजी से आ रहा है। लेकिन अगर आपको भूख कम लगती है और हर वक्त आपका पाचन तंत्र खराब रहता है तो यह भी कैंसर का लक्षण हो सकता है। यहां ध्यान रखें कि अगर आपकी पाचन संबंधी दिक्कत कुछ दिनों में ठीक नहीं हो रही और लंबे वक्त से बनी हुई है तो यह कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है।
मौसम में बदलाव की वजह से जुकाम का होना सामान्य बात है, लेकिन अगर इस समस्या को तीन महीने से ज्यादा वक्त होे गया है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा, अगर आपका वजन अचानक घटने लगा है तो इसे नजरअंदाज न करें, क्योंकि कैंसर के शुरुआती लक्षणों में यह लक्षण लिवर कैंसर का हो सकता है। दरअसल, लिवर कैंसर में शरीर की अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने वाली क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
आपको अगर कभी भी खांसते या थूकते समय ब्लीडिंग हो जाए तो तुरंत सावधान हो जाएं, क्योंकि ये समय बिल्कुल भी लापरवाही करने का नहीं है, ऐसे में तुरंत ही किसी अच्छे डॉक्टर से सम्पर्क करें। इतना ही नहीं, अगर लंबे वक्त से आपका कोई घाव ठीक नहीं हो रहा है तो आपको इस बात पर लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए क्योंकि यह लक्षण भी कैंसर के अन्य लक्षणों में से एक हो सकता है।
अगर आपका कहना यह है कि ये सभी समस्याएं आम हैं तो आप गलत हैं, क्योंकि कमजोरी और थकान के साथ-साथ अनीद्रा कैंसर का कारण बन सकती है, इसलिए इन संकेतों को नजरअंदाज न करें। इसके अलावा, अगर शरीर के किसी भाग में कोई गांठ हो गई है तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं। साथ ही लंबे समय तक कफ बनी रहना और सीने में दर्द होना भी कैंसर का लक्षण है। दरअसल, यह लंग कैंसर का शुरुआती लक्षण है।
अगर छोटे-छोटे काम करते वक्त आपकी लगातार सांस फूल रही है और हर वक्त शरीर में थकान बनी रहती है तो आपको फौरन डॉक्टर को दिखाना चाहिए। क्योंकि कैंसर के लक्षणों में यह शारीरिक संकेत भी शामिल हैं। तो सावधान रहें, सर्तक रहें!