कई गंभीर बीमारियों के रामबाण इलाज हैं ये योगासन, जानें अभ्यास का तरीका
व्यस्त दिनचर्या और गलत खान-पान की वजह से होने वाली कई गंभीर बीमारियों से राहत पाना चाहते हैं तो योगासनों के अभ्यास से अच्छा और कोई विकल्प हो ही नहीं सकता। स्वयं को ऊर्जावान बनाए रखने और शरीर को डिटॉक्सीफाई करने के लिए भी योगासनों पर विश्वास किया जा सकता है। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके नियमित अभ्यास से कई गंभीर बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। आइए जानें।
हलासन: थाइरॉइड की समस्या से निजात दिलाने में मददगार
सबसे पहले जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं व अपने दोनों हाथों को जमीन पर रखें। इसके बाद दोनों पैरों के तलवो को आपस में जोड़ लें। फिर दोनों पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाते हुए सिर के पीछे ले जाएं व पैरों को बिल्कुल सीधा कर दें। कोशिश करें कि घुटनों को माथे पर सीधे ही रहे, मोड़ें नहीं। एक-दो मिनट तक इसी स्थिति में सांस लें और छोड़ें। फिर धीरे-धीरे आसन की स्थिति छोड़ दें।
धनुरासन: महिलाओं को होने वाली PCOS से छुटकारा दिलाने में सहायक
धनुरासन के अभ्यास के लिए सबसे पहले पेट के बल लेटकर अपने घुटनों को कमर की ओर मोड़ लें। फिर अपने दोनों हाथों से अपने पैरों के टखनों को पकड़कर पैरों को खोलते हुए अपने घुटनों को ऊपर की ओर उठाने की कोशिश करें और सांस भरते हुए शरीर के ऊपर वाले हिस्से को भी उठा लें। पूरी तरह धनुष की स्थिति में आने के बाद कुछ सेकेंड तक इस स्थिति में रूककर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए सामान्य हो जाएं।
अधोमुखश्वानासन: आर्थराइटिस से राहत दिलाने में कारगर
इस आसन के नियमित अभ्यास से शरीर के जोड़ों में होने वाले दर्द (आर्थराइटिस) से छुटकारा मिलता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले टेबलटॉप स्थिति में आ जाएं, फिर अपने पिछले हिस्सों को इस तरह उठाएं कि फर्श की तरफ से आपका शरीर V स्थिति में दिखाई दे। इसके बाद अपने सिर और गर्दन को आराम देकर अपनी जांघों को पीछे की ओर खींचें। इस अवस्था में कुछ मिनट तक रहने के बाद धीरे-धीरे आसन को छोड़े।
वृक्षासन: रीढ़ की हड्डी के दर्द से छुटकारा पाने का अचूक उपाय
इस आसन के अभ्यास के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं व दोनों पैरों को एक दूसरे से कुछ दूरी पर रखते हुए हाथों को सिर के ऊपर उठाते हुए दोनों हाथों की हथेलियों को मिला दें। फिर दाएं पैर को मोड़ते हुए तलवे को बाएं जांघ पर टिका दें। इसके बाद बाएं पैर पर संतुलन बनाते हुए हथेलियां, सिर और कंधे को सीधा व एक ही सीध में रखें। कुछ देर इसी स्थिति में रहकर सामान्य हो जाएं।