नाइट शिफ्ट में काम करने से स्वास्थ्य पर हो सकता है जानलेवा बीमारियों का हमला
क्या है खबर?
"हां जी की नौकरी, न जी का घर", यह कहावत तो हर नौकरी करने वाले शख्स के जेहन में जगह बनाए बैठी है।
मगर नौकरी और स्वास्थ्य में से किसी एक को चुनना पड़े तो कई लोग सबसे पहले स्वास्थ्य का ही चुनाव करेंगे।
लेकिन कई लोगों को नाइट शिफ्ट में काम करना पड़ता है, जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत ही नुकसानदायक है। रात में काम करने वाले लोगों के लिए यह चिंता की बात है।
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नाइट शिफ्ट में काम करना कई लोगों को लगता है बेहतरी
दरअसल, कई लोगों का मानना है कि दिन की अपेक्षा रात के समय शांत वातावरण में एकाग्रचित होने से कार्य और भी अच्छे से होता है।
हालांकि, यह बात शत-प्रतिशत सच भी है कि रात में अच्छे से कार्य किया जा सकता है।
वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि रात के समय में काम करके वो दिन के समय स्वतंत्र रह सकते हैं, इसलिए वे नाइट शिफ्ट के नुकसान को नजरअंदाज करके रात में काम करते हैं।
जानकारी
शरीर और दिमाग का आपस में होता है गहरा कनेक्शन
दिन की शिफ्ट से बदलकर नाइट शिफ्ट में काम करने पर शरीर के पाचन अंगों के कार्य का समय भी बदल जाता है, जिस वजह से दिमाग भी शरीर में हो रहे बदलाव को नहीं पकड़ पाता।
परिणामस्वरूप, इस शिफ्ट में काम कर रहे लोगों के शरीर और दिमाग के बीच का संतुलन बिगड़ जाता है, जिसकी वजह से शरीर पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और शरीर को कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
शोध
नाइट शिफ्ट में काम करने से इंसान बन जाता है गंभीर बीमारियों का शिकार
वॉशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध के अनुसार, नाइट शिफ्ट में काम करने वालों पर मोटापे और डायबिटीज का खतरा कहीं ज्यादा बढ़ जाता है।
इतना ही नहीं, इससे उन्हें दिल की बीमारी, स्ट्रोक और कैंसर जैसे गंभीर रोग होने की संभावना भी रहती है।
शोध में यह भी पाया गया है कि भरपूर नींद लेने के बाद भी रात में काम करना गलत है और इससे व्यक्ति की औसतन आयु में 5-7 साल की कमी आ जाती है।
जानकारी
शरीर की सेलुलर प्रक्रियाओं से जुड़ा होता है शिफ्ट वर्क
शिफ्ट वर्क शरीर की सेलुलर प्रक्रियाओं से जुड़ जाती है जिससे भविष्य में कैंसर जैसी बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है, इसलिए संभव हो तो दिन के समय वाली नौकरी का ही चुनाव करें, क्योंकि सवाल आपके स्वास्थ्य का है।