वीगन डाइट इंफ्लुएंसर झन्ना की 'भुखमरी' से मौत, 10 साल से नहीं खाया था पका खाना
सोशल मीडिया पर रॉ वीगन डाइट को बढ़ावा देने के लिए मशहूर इंफ्लुएंसर झन्ना सैमसोनोवा की 21 जुलाई को 'भुखमरी के कारण' मृत्यु हो गई। टिकटॉक, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर झन्ना डी'आर्ट के नाम से मशहूर रूस की 39 वर्षीय महिला के दुनियाभर में लाखों फॉलोवर्स थे। उनके इंस्टाग्राम अकाउंट के अनुसार, वह एक दशक से अधिक समय से पूरी तरह से वीगन डाइट पर थीं। आइए मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
यात्रा के दौरान काफी बीमार हो गई थीं झन्ना
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, एक यात्रा के दौरान चिकित्सा उपचार मांगने के बाद 21 जुलाई को झन्ना की मृत्यु हो गई। उनके एक दोस्त ने न्यूजफ्लैश को बताया कि जब इंफ्लुएंसर झन्ना श्रीलंका में थीं तो वह खुद को बहुत कमजोर महसूस कर रही थीं और उसके सूजे हुए पैरों से पस निकल रहा था। दोस्त ने यह भी बताया कि झन्ना को इलाज के लिए घर भी भेजा गया, लेकिन वह वहां से फिर भाग गईं।
दोस्त के समझाने के बावजूद अन्ना ने नहीं करवाया इलाज
झन्ना के दोस्त ने बताया कि वह उससे एक मंजिल ऊपर रहते हैं और उन्हें डर था कि किसी दिन उनकी लाश मिलेगी। उसने यह भी कहा, "मैंने उसे इलाज कराने के लिए मनाया, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।" झन्ना के एक अन्य दोस्त ने न्यूज आउटलेट को बताया कि झन्ना सबसे ज्यादा कटहल, ड्यूरियन और जावित्री जैसा फल खाया करती थीं, जो कि अजीब-सी गंध के लिए जाने जाते हैं।
दोस्तों ने डाइट को बताया मौत का कारण
झन्ना के दोस्तों का मानना है कि उनकी मौत का कारण उनकी डाइट है। झन्ना के एक दोस्त ने मीडिया को बताया कि सिर्फ उनकी आंखें और खूबसूरत बाल ही उसे सुंदर दिखाते थे क्योंकि शरीर से तो वह बहुत ही ज्यादा कमजोर हो गई थीं और उनके शरीर की हड्डियां तक साफ झलकती थीं। झन्ना की मां का कहना है कि उनकी मृत्यु हैजा के कारण हुई। हालांकि, अभी उसकी मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है।
10 साल से रॉ वीगन डाइट का पालन कर रही थीं झन्ना
क्या रॉ वीगन डाइट स्वास्थ्यवर्धक है?
रॉ वीगन डाइट पौष्टिक होती है, लेकिन इससे जुड़े कई जोखिम भी होते हैं। एवरीडेहेल्थ के अनुसार, एक अध्ययन से पता चला है कि रॉ वीगन डाइट का पालन करने वाली 30 प्रतिशत महिलाएं एमेनोरिया का अनुभव करती हैं। यह बीमारी तब होती है, जब पीरियड्स रुक जाते हैं। इस डाइट के कारण शरीर में विटामिन-B12, कैल्शियम और आयरन की कमी भी बढ़ जाती है, जिससे हृदय रोग और एनीमिया आदि हो सकता है।