उत्तराखंड के अल्मोड़ा में स्थित हैं ये खूबसूरत पर्यटन स्थल, जरूर घूमने जाएं
राजसी हिमालय से घिरा अल्मोड़ा में साल भर खुशनुमा मौसम रहता है। इस शहर को उत्तराखंड में कुमाऊं क्षेत्र के सांस्कृतिक केंद्र के रूप में जाना जाता है। यहां की सैर आपको धरती पर जन्नत का अहसास करा सकती है क्योंकि लहरदार पहाड़ियों और खूबसूरत झीलों के साथ अल्मोड़ा एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है। आइए आज हम आपको अल्मोड़ा के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताते हैं, जहां आपको अपनी छुट्टियों के दौरान एक बार जरूर जाना चाहिए।
लख उडियार
लख उडियार का अनुवाद "एक लाख गुफाएं" है। सुयाल नदी के तट पर बरेछिना गांव में स्थित इस गुफा की श्रृंख्ला की दीवारों में काले, लाल और सफेद रंग में जानवरों, मनुष्यों और टेक्टिफॉर्म को चित्रित करने वाले चित्र हैं। ये ऐतिहासिक गुफाएं भारत में प्रागैतिहासिक कला का सबसे समृद्ध अनुभव प्रदान करती हैं। नई दिल्ली के IGNCA द्वारा पुरातात्विक रॉक उत्कीर्णन के लिए साइट का अध्ययन किया जा रहा है।
जीरो पॉइंट
जीरो पॉइंट बिनसर वन्यजीव अभयारण्य के परिसर में स्थित है। समुद्र तल से 2,412 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस पर्यटन स्थल तक पहुंचने के लिए आपको लगभग दो किलोमीटर की ट्रेकिंग करनी पड़ सकती है। हालांकि, जीरो पॉइंट वाली पहाड़ी की चोटी पर पहुंच जाते हैं तो आपको केदारनाथ, नंदा देवी, शिवलिंग और त्रिशूल सहित हिमालय का 360 डिग्री दृश्य देखने को मिल सकता है, जो अपने आप में ही अद्भुत है।
कसार देवी मंदिर
कसार देवी को समर्पित कसार देवी मंदिर अल्मोड़ा में घूमने के लिए लोकप्रिय आध्यात्मिक स्थलों में से एक है। इस मंदिर की शानदार वास्तुकला और समृद्ध विरासत साल भर भक्तों को आकर्षित करती है। बता दें कि यह मंदिर भव्य देवदार के पेड़ों से घिरा हुआ है, जो इसकी सुंदरता में चार चांद लगाने का काम करते हैं। ऐसा माना जाता है कि स्वामी विवेकानंद 19वीं शताब्दी के दौरान यहां ध्यान करते थे।
जागेश्वरी
जागेश्वर हिंदू धार्मिक धामों में से एक है, जो भगवान शिव और विष्णु को समर्पित है। यहां के 125 मंदिरों में सबसे बड़ा जटागंगा घाटी में स्थित जागेश्वर महादेव मंदिर है। मंदिरों की संख्या के कारण अल्मोड़ा को "देवताओं की घाटी" के रूप में भी जाना जाता है। 7वीं और 14वीं शताब्दी के बीच निर्मित यह मंदिर बहुत अच्छी तरह से संरक्षित है।
ब्राइट एंड कॉर्नर
ब्राइट एंड कॉर्नर सूर्योदय और सूर्यास्त के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है। अल्मोड़ा से सिर्फ दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह जगह अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर है। इस जगह पर पहुंचकर आपको नंदा देवी, त्रिशूल I, त्रिशूल II, त्रिशूल III, पंचचुली और नंदकोट जैसी हिमालय की चोटियां आदि के नजारें देख सकते है। आप यहां से स्वामी विवेकानंद स्मारक भी जा सकते हैं।