रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने के लिए करें स्कॉर्पियन स्ट्रेच, जानिए इसके फायदे और तरीका
रीढ़ की हड्डी हमारे शरीर का अहम हिस्सा है, जो हमें सीधा खड़ा रहने और अलग-अलग गतिविधियां करने में मदद करती है। इसकी गतिशीलता बनाए रखना जरूरी है, ताकि हम रोजमर्रा के काम कर सकें और दर्द या असुविधा से बच सकें। स्कॉर्पियन स्ट्रेच एक ऐसी एक्सरसाइज है, जो रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन और गतिशीलता को बढ़ाने में मदद करती है। इस लेख में हम स्कॉर्पियन स्ट्रेच करने का तरीका, इसके फायदे, सावधानियां और कुछ प्रकार जानेंगे।
स्कॉर्पियन स्ट्रेच करने का तरीका
स्कॉर्पियन स्ट्रेच करने के लिए पेट के बल लेट जाएं। अपने हाथों को दोनों तरफ फैलाएं, ताकि आपका शरीर 'टी' आकार बनाए। अपने दाहिने पैर को उठाकर बाईं ओर ले जाएं, जैसे आप अपनी एड़ी से बाईं ओर को छूने की कोशिश कर रहे हों। इस स्थिति में 15-20 सेकंड तक रहें और फिर वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं। यही प्रक्रिया बाएं पैर के साथ दोहराएं। यह एक्सरसाइज धीरे-धीरे करें, ताकि आपकी मांसपेशियों पर ज्यादा दबाव न पड़े।
स्कॉर्पियन स्ट्रेच के फायदे
स्कॉर्पियन स्ट्रेच करने से रीढ़ की हड्डी का लचीलापन बढ़ता है, जिससे पीठ दर्द कम होता है। यह एक्सरसाइज कूल्हों और कंधों की मांसपेशियों को भी मजबूत बनाती है, जिससे शरीर का संतुलन बेहतर होता है। इसके अलावा, यह एक्सरसाइज रक्त संचार को बढ़ाती है, जिससे मांसपेशियों में ऑक्सीजन पहुंचता रहता है और थकान कम होती है। नियमित रूप से इस एक्सरसाइज को करने से शरीर की गतिशीलता में सुधार होता है और आप अधिक सक्रिय महसूस करते हैं।
स्कॉर्पियन स्ट्रेच करते समय बरतें ये सावधानियां
स्कॉर्पियन स्ट्रेच करते समय ध्यान रखें कि आप इसे धीरे-धीरे करें, ताकि आपकी मांसपेशियों पर अचानक दबाव न पड़े। अगर आपको पहले से ही पीठ या कूल्हों में कोई चोट लगी हो, तो इस एक्सरसाइज को करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। इसके अलावा, अगर आपको किसी भी प्रकार का दर्द महसूस हो तो तुरंत रुक जाएं और आराम करें। इस एक्सरसाइज के दौरान सही मुद्रा बनाए रखना भी जरूरी है, ताकि चोट का खतरा कम हो।
स्कॉर्पियन स्ट्रेच के प्रकार
स्कॉर्पियन स्ट्रेच के कई प्रकार हैं, जिन्हें आप अपनी सुविधा अनुसार आजमा सकते हैं। उदाहरण के लिए, आप इसे खड़े होकर कर सकते हैं, जिसमें आपको दीवार का सहारा लेना होगा। इसके अलावा, आप इसे योग मैट पर बैठकर भी कर सकते हैं, जिसमें पैरों को क्रिस-क्रोस करना होगा और उन्हें विपरीत दिशा में मोड़ना होगा। स्कॉर्पियन स्ट्रेच अपनी रीढ़ की हड्डी की गतिशीलता बढ़ाने और पीठ दर्द कम करने का एक बेहतरीन तरीका हो सकता है।