जानिए क्या है परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें

अगर आप रोजाना मेकअप करने से परेशान हैं तो अपनी इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए आप परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट का विकल्प चुन सकते हैं। इस ट्रीटमेंट में आप अपने मन मुताबिक ऐसा मेकअप करा सकते हैं जो काफी समय तक आपके चेहरे पर बरकरार रहेगा। अगर आप भी यह ट्रीटमेंट कराने की सोच रहे हैं तो जरूरी है कि आप पहले इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जान लें। चलिए आपको ऐसी ही कुछ महत्वपूर्ण बातें बताते हैं।
परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट के दौरान कॉस्मेटिक टैटूइंग की जाती है और इसके लिए टैटू कॉयल मशीन, पेन या रोटरी मशीन जैसे उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान कॉस्मेटिक इम्प्लांटेशन तकनीक के जरिए कलर पिग्मेंट को त्वचा के अपर रेटिकुलर लेयर में डाला जाता है। इस ट्रीटमेंट को आप आईलाइनर, आइब्रो, होंठों, पलकों और बाल आदि पर करा सकते हैं। इसके अलावा आप इस ट्रीटमेंट की मदद से चोट के निशान को भी छुपा सकते हैं।
वैसे तो परमानेंट मेकअप कराना या न कराना आपका व्यक्तिगत फैसला है, लेकिन कुछ मामलों में लोगों को परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट लेने की जरूरत हो सकती है। उदाहरण के लिए, अगर आपको सफेद दाग की शिकायत है तो आप परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट करा सकते हैं। इसके अलावा आर्थराइटिस, पार्किंसंस, स्ट्रोक और मल्टीपल स्क्लेरोसिस आदि बीमारियों में चेहरे पर पड़ने वाले बुरे प्रभावों को छुपाने के लिए आप परमानेंट मेकअप का सहारा ले सकते हैं।
1) अगर आप परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट कराते हैं तो इसके बाद आपको कहीं भी जाने के लिए मेकअप के लिए समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा। 2) परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट कराने के बाद चाहें चेहरे पर कितना भी पसीना आ जाए, फिर भी मेकअप फैलने का डर नहीं रहता है। 3) बारिश में या फिर नहाते समय मेकअप हटने का भी डर नहीं रहता है और चेहरे पर काफी समय तक खूबसूरती बरकरार रहती है।
अगर आप परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट कराते हैं तो आपको चेहरे पर एलर्जी, लाल धब्बे, सूजन और रंग पहले से अधिक डार्क होना जैसे नकारात्मक प्रभावों से जूझना पड़ सकता है। इसके अलावा परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट की वजह से त्वचा से खून भी निकल सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप किसी अच्छे परमानेंट मेकअप ट्रीटमेंट विशेषज्ञ से संपर्क करें ताकि इस ट्रीटमेंट से होने वाले नुकसानों से आप काफी हद तक बच सकें।