नजरअंदाज न करें नसों का दर्द, इन घरेलू नुस्खों की मदद से पाएं राहत
अधिक शराब का सेवन, नसों तक ठीक से खून न पहुंचना, स्ट्रोक, साइटिका, मधुमेह और कैंसर के कारण नसों में दर्द की समस्या हो सकती है। हालांकि कई लोग इसे सामान्य समझकर नजरअंदाज कर देते हैं और इससे राहत पाने के लिए पेनकिलर का सेवन करते रहते हैं, लेकिन यह सही नहीं है। आइए आज आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बताते हैं जिन्हें अपनाने पर नसों के दर्द से छुटकारा मिल सकता है।
हल्दी है कारगर
स्वास्थ्य संबंधित कई समस्याओं से छुटकारा दिलाने में हल्दी का इस्तेमाल सबसे कारगर घरेलू नुस्खों में से एक है। हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और कई अन्य गुण मौजूद होते हैं जो न सिर्फ बीमारियों को दूर करते हैं, बल्कि नसों में दर्द और खिंचाव की समस्या से भी राहत दिला सकते हैं। इसलिए नसों में दर्द होने पर हल्दी को दूध में मिलाकर पीएं या फिर किसी भी अन्य तरीके से इसे अपनी डाइट में शामिल करें।
तेल मालिश का लें सहारा
पौराणिक काल से ही हर तरह के दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए तेल मालिश का सहारा लिया जाता रहा है। नसों के दर्द को दूर करने के लिए भी तेल मालिश एक फायदेमंद उपाय हो सकता है। इसके लिए नीलगिरी या फिर लैवेंडर के तेल से प्रभावित जगह पर तब तक मालिश करें जब तक तेल त्वचा में अच्छे से अवशोषित न हो जाए। इस प्रक्रिया को कुछ दिनों तक ऐसे ही दोहराते रहें।
योग और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी है प्रभावी
अगर नसों में दर्द या खिंचाव जैसी समस्या होने लगे तो घरेलू उपाय के तौर पर योग और स्ट्रेचिंग करना अच्छा विकल्प हो सकता है। जब भी आपको नसों में दर्द हो तो कम से कम 15 मिनट तक भुजंगासन, वीरासन, गोमुखासन और वृक्षासन आदि योगासनों का अभ्यास करें। वहीं योगाभ्यास से पहले और बाद में स्ट्रेचिंग करना न भूलें क्योंकि इसके अभ्यास से मांसपेशियों में लचीलापन आता है जिससे नसों को आराम मिलता है।
एक्यूपंक्चर भी है मददगार
नसों में दर्द की समस्या से राहत दिलाने में एक्यूपंक्चर की प्रक्रिया भी बहुत कारगर साबित हो सकती है। यह एक तरह की चिकित्सा पद्धति है जिसमें दर्द से प्रभावित हिस्से की त्वचा की अंदरूनी सतह में सुइयों को लगाया जाता है। इससे शरीर एंडोर्फिन और अन्य दर्द निवारक हार्मोन रिलीज करता है जिससे दर्द से राहत मिलती है। हालांकि यह उपचार किसी एक्सपर्ट द्वारा ही करवाना चाहिए।