हेजलनट्स का रोजाना करें सेवन, मिलेंगे ढेरों स्वास्थ्य संबंधित लाभ
सूखे मेवों की सूची में शामिल हेजलनट्स बादाम, काजू और पिस्ता आदि से किसी भी तरह से कम नहीं हैं। ये न सिर्फ स्वादिष्ट होते हैं बल्कि स्वास्थ के लिए भी बेहद गुणकारी होते हैं। हेजलनट्स फाइबर, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, कैल्शियम जैसे जरूर पोषक तत्वों के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट्स और अनसैचुरेटेड फैट का भी बेहतरीन स्रोत हैं। इसलिए इनका रोजाना सेवन करना लाभदायक हो सकता है। आइए आज हम आपको हेजलनट्स के फायदों से अवगत कराते हैं।
एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से होते हैं समृद्ध
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, हेजलनट्स एंटी-ऑक्सीडेंट गुण से समृद्ध होते हैं। यह गुण शरीर को मुक्त कणों से बचाने में मदद करता है। मुक्त कणों के कारण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस होता है, जिससे कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, अल्जाइमर और नेत्र रोग जैसी कई बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए डाइट में हेजलनट्स को शामिल करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
हृदय जोखिमों को करते हैं कम
आजकल लोगों में बढ़ते तनाव की वजह से हृदय की बीमारियां आम हो गई हैं और इनसे बचाव के लिए सिर्फ दवाइयां ही नहीं बल्कि सही खान-पान भी बेहद जरूरी है। हेजलनट्स का सेवन हृदय संबंधी जोखिमों को कम करने में काफी मदद कर सकता है। इसके अलावा, ये उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, लिपिड ऑक्सीडेशन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर सकते हैं, जो हदय रोग होने के अहम कारण माने जाते हैं।
कैंसर से बचाव करने में है सहायक
कैंसर रोगियों के लिए भी हेजलनट्स का सेवन काफी हद तक लाभकारी सिद्ध हो सकता है। एक शोध के मुताबिक, इसमें एंटी-कैंसर, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण मौजूद होते हैं। ये गुण कैंसर से होने वाले जोखिमों को कम करने में सहयोग प्रदान कर सकते हैं। हालांकि, कैंसर रोगियों के लिए पहली प्राथमिकता हेजलनट्स की बजाय समय-समय पर कराई जाने वाली डॉक्टरी जांच होनी चाहिए।
सूजन से राहत दिलाने में भी हैं कारगर
NCBI की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, हेजलनट्स के सेवन करने से शरीर की सूजन में राहत पायी जा सकती है। शोध की मानें तो हेजलनट्स में मौजूद सेलेनियम सूजन को कम करने में मुख्य भूमिका निभा सकता है। दरअसल, यह खनिज एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। इस कारण यह सूजन को कम करने के साथ-साथ रक्त संचार में भी सुधार करने में सहायक साबित हो सकता है।