भारती सिंह ने आज तक नहीं किया रासायनिक हेयर डाई का इस्तेमाल, लगाती हैं मेहंदी
क्या है खबर?
बढ़ती उम्र से साथ-साथ सभी के बाल सफेद होने लगते हैं। उन्हें रंगने के लिए ज्यादातर लोग हेयर डाई का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें कई प्रकार के रसायन मिलाए जाते हैं। हालांकि, भारती सिंह रासायनिक हेयर डाई की जगह पर भारत का सदियों पुराना घरेलू नुस्खा अपनाकर अपने बालों को रंगती हैं। उन्होंने हाल ही में बताया कि वह सफेद बालों को काला करने के लिए मेहंदी यानि हिना का उपयोग करती हैं।
भारती सिंह
इस तरह बनाती हैं मेहंदी का घोल
भारती ने बताया, "मैंने कभी बाल कलर नहीं करवाए। पंजाब में मेहंदी लगाते थे और आज भी लगाते हैं।" उन्होंने बताया कि उनके घर में लोहे की कड़ाही हैं, जिसमें वह रात को मेहंदी भिगोती हैं। भारती इसे तैयार करने के लिए मेहंदी पाउडर को पानी में भिगोती हैं, जिसमें चाय की पत्तियां भी भीगी होती हैं। इसके बाद इसमें एक चम्मच एलोवेरा जेल और अंडे का सफेद भाग मिलाती हैं। भारती कहती हैं, "यही मेरी सुंदरता का राज है।"
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बालों को नहीं होता नुकसान
जब हम बालों पर रसायन युक्त हेयर डाई लगाते हैं तो वे कमजोर हो जाते हैं और झड़ने लगते हैं। हालांकि, बालों को रंगने के लिए मेहंदी का इस्तेमाल करने पर उन्हें कोई नुकसान नहीं होता। मेहंदी में एक प्राकृतिक रंग होता है, जो हिना के पौधे से प्राप्त होता है। इसमें अमोनिया या पेरोक्साइड जैसे कठोर रसायन नहीं होते हैं और यह बिना बालों को नुकसान पहुंचाए उन्हें भूरा कर देती है।
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बाल होते हैं लंबे
मेहंदी में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो बालों की वृद्धि को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। यह बालों का झड़ना कम करती है, उन्हें मजबूत बनाती है और सिर की त्वचा के स्वास्थ्य में भी सुधार करती है। इन सभी कारकों के चलते अच्छी तरह बालों की देखभाल हो जाती है और वे लंबे और घने बन जाते हैं। मेहंदी बालों के प्रोटीन के साथ मिलकर उन्हें घना बनाने में भी मदद करती है।
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बालों को करती है कंडीशन
मेहंदी केवल बालों को रंगने का ही काम नहीं करती है, बल्कि उन्हें गहराई से कंडीशन भी कर देती है। यह बालों को मजबूत बनाने, पोषण देने और चमक बढ़ाने की क्षमता के लिए जानी जाती है। मेंहदी बालों पर एक सुरक्षात्मक परत चढ़ाती है, क्यूटिकल्स को बंद करती है और बालों की नमी बनाए रखकर उन्हें कंडीशन करती है। इसकी मदद से बालों का उलझना कम हो जाता है और वे रूखे भी नहीं रहते हैं।
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रूसी से मिलता है छुटकारा
मेंहदी अपने एंटीफंगल और एंटीमाइक्रोबियल गुणों के कारण रूसी से लड़ने में कारगर होती है। यह रूसी पैदा करने वाले फंगस से लड़कर और सूजन को कम करके सिर की त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है। इसके परिणामस्वरूप खुजली कम होती है और पपड़ी भी नहीं जमती है। मेंहदी सिर की त्वचा से अतिरिक्त तेल और गंदगी हटाने में भी सहायता सकती है, जिससे रूसी से छुटकारा मिल जाता है।