
रात में जल्दी सोने से अगले दिन कर पाते हैं ज्यादा व्यायाम, अध्ययन में खुलासा
क्या है खबर?
अगर आप रोजाना रात को जल्दी सोने का नियम बना लेते हैं तो इससे आपको कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के शहर मेलबर्न में स्थित मोनाश विश्वविद्यालय द्वारा किए गए एक नए अध्ययन से पता चला है कि जो लोग रात में जल्दी सो जाते हैं, अगले दिन वे अधिक सक्रिय रहेंगे और अधिक व्यायाम करेंगे। आइए इस अध्ययन के बारे में विस्तार से जानते हैं।
अध्ययन
अध्ययन के लिए लगभग 20,000 प्रतिभागियों के डाटा का विश्लेषण किया गया
प्रोसीडिंग ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज (PNAS) जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन से पता चला है कि नींद की अवधि और शारीरिक गतिविधि में गहरा संबंध होता है। इस अध्ययन के लिए लगभग 20,000 प्रतिभागियों के डेटा का विश्लेषण किया गया, जिन्होंने एक साल तक WHOOP नामक बायोमेट्रिक डिवाइस पहना था, जिससे उनकी नींद का डेटा उत्पन्न हुआ। इस डेटा से शोधकर्ताओं को नींद और शारीरिक गतिविधि दोनों के बीच गहरा संबंध मिला।
परिणाम
अध्ययन से सामने आया यह परिणाम
शोधकर्ताओं ने बताया कि जो प्रतिभागी रात 9 बजे के आसपास बिस्तर पर सोने जाते थे, उन्होंने नियमित रूप से 1 बजे सोने वालों की तुलना में प्रत्येक दिन लगभग 30 मिनट ज्यादा व्यायाम किया। इसके अतिरिक्त, 11 बजे सोने वालों की तुलना में 9 बजे सोने वालों ने अगले दिन 15 मिनट ज्यादा व्यायाम किया। मोनाश विश्वविद्यालय के शोधकर्ता डॉक्टर जोश लेओटा ने इस बात पर जोर दिया कि देर से सोने वालों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
बयान
जल्दी सोने से ज्यादा व्यायाम करने की बढ़ जाती है संभावना
डॉक्टर जोश ने आगे कहा कि हर किसी को अपनी नींद की अवधि, पैटर्न और शारीरिक गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए। वहीं, मोनाश विश्वविद्यालय की एक वरिष्ठ शोधकर्ता डॉक्टर एलिस ने नींद के समय और शारीरिक गतिविधि के स्तर के बीच महत्वपूर्ण संबंध पर टिप्पणी की। उन्होंने बताया कि अध्ययन के परिणाम बताते हैं कि जो व्यक्ति अपनी नींद की अवधि को स्थिर रखते हुए जल्दी सोते हैं, वे अगले दिन अपनी शारीरिक गतिविधि बढ़ाने की संभावना रखते हैं।
अन्य अध्ययन
किशोरों का जल्दी सोकर देर से उठने पर तेज होता है दिमाग- अध्ययन
इसी साल अप्रैल में ऐसा ही एक अध्ययन सामने आया था, जो 3,000 से अधिक किशोरों पर किया गया। इसमें पता चला है कि जो किशोर सबसे पहले सो जाते हैं और लंबे समय तक सोते हैं, साथ ही जिनकी नींद के दौरान हृदय गति कम होती है, वे पढ़ने, शब्दावली, समस्या समाधान और अन्य मानसिक परिक्षणों में दूसरों से बेहतर प्रदर्शन करते हैं।