होली को बच्चों के लिए सुरक्षित बनाने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके
इस साल रंगों का त्योहार होली 25 मार्च को है और वयस्कों की तरह बच्चे भी इसका बेसब्री से इंतजार करते हैं। हालांकि, होली के दौरान बच्चों में आंखों और त्वचा की एलर्जी या चोट लगने जैसे मामले बढ़ जाते हैं। ऐसे में अगर आप किसी भी आकस्मिक दुर्घटना से उत्सव का मजा किरकिरा होने से बचाना चाहते हैं तो आइए आज हम आपको कुछ तरीके बताते हैं, जिन्हें अपनाकर बच्चों के लिए होली सुरक्षित बनाई जा सकती है।
बच्चों को पहनाएं सही कपड़े
अपने बच्चे को ऐसे कपड़े पहनाएं, जिससे उनकी पूरी त्वचा अच्छी तरह से ढक जाए। उदाहरण के तौर पर, लड़कियों को पूरी बाजू की लंबी सूती फ्रॉक और लड़कों को पूरी बाजू की कमीज और पेंट पहनाएं। यह रंगों को सीधे उनकी त्वचा के संपर्क में आने से रोकेंगी। ऐसा पहनावा चुनें, जो पुराना हो और होली के बाद फेंके जा सके। होली के तुरंत बाद उन्हें गीले कपड़े बदलने को भी कहें।
त्वचा को ऐसे रखें सुरक्षित
इससे पहले कि आपका बच्चा होली खेलने जाए, उसके पूरे शरीर पर नारियल, जैतून या सरसों का तेल लगाएं। तेल एक सुरक्षात्मक परत के रूप में कार्य करता है और रंगों को शरीर से चिपकने से रोकता है। अगर तेल बहुत चिकना लगता है तो आप मॉइस्चराइजिंग क्रीम भी लगा सकते हैं। बच्चों को सूरज की हानिकारक अल्ट्रा-वॉयलेट किरणों से बचाने के लिए उनकी त्वचा पर सनस्क्रीन लोशन भी जरूर लगाएं।
त्वचा के साथ बालों पर भी दें ध्यान
होली से पहले अपने बच्चों के सिर में नारियल के तेल से मालिश करें। अगर आपकी बच्ची के बाल लंबे हैं तो उन्हें झड़ने और अन्य नुकसान से बचाने के लिए बन या पोनीटेल बनाएं। बालों में तेल लगाने के बाद अतिरिक्त सुरक्षा के लिए सिर पर स्कार्फ या टोपी लपेटें। यहां जानिए बालों से होली के रंगों को आसानी से निकालने के लिए घरेलू स्क्रब।
प्राकृतिक रंगों का करें चयन
ज्यादातर होली के रंगों में सीसा, पारा और एल्यूमीनियम ब्रोमाइड जैसे हानिकारक रसायन होते हैं, जो बच्चे की त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं और चकत्ते का कारण बन सकते हैं। इसलिए बच्चों के लिए पर्यावरण के अनुकूल और हर्बल रंग खरीदें, जो धोने में आसान और त्वचा के लिए सुरक्षित होते हैं। आप रोजमेरी, हल्दी, चंदन और पलाश के फूल आदि का इस्तेमाल कर घर पर ही होली के रंग भी बना सकते हैं।
गुब्बारों का उपयोग न करने दें
जब बच्चे रंग या पानी से खेल रहे हों तो उन पर नजर रखें, ताकि किसी अप्रिय घटना या चोट से बचा जा सके। पानी के गुब्बारों के साथ खेलना मजेदार हो सकता है, लेकिन ये सुरक्षित नहीं हैं और इससे चोट लगने की संभावना बढ़ सकती है, इसलिए बच्चों को इनसे दूर ही रखें। अपने बच्चों को पिचकारियों का सुरक्षित इस्तेमाल करने के लिए कहें और किसी के चेहरे, आंख और कानों पर पानी न फेंकने दें।