
क्या होता है संघर्ष विराम और किस तरह से बनाए जाते हैं इसके नियम?
क्या है खबर?
भारत की ओर से पहलगाम आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान के साथ तनाव चरम पर पहुंच गया।
दोनों देशों के बीच 4 दिन तक सीमा पर काफी संघर्ष हुआ, लेकिन शनिवार शाम 5 बजे अचानक सीजफायर (संघर्ष विराम) के साथ इस पर ब्रेक लग गया। भारत और पाकिस्तान दोनों ने इसकी पुष्टि कर दी है।
आइए जानते हैं संघर्ष विराम क्या होता है और आखिर इसके नियम कैसे बनते हैं।
घोषणा
कैसे हुई थी संघर्ष विराम की घोषणा?
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा था कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) ने दोपहर 03:35 बजे भारतीय DGMO से फोन पर बात कर संघर्ष विराम पर सहमति जताई है। दोनों पक्ष भारतीय मानक समयानुसार 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इसकी पुष्टि की है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह जानकारी दी थी।
जानकारी
पाकिस्तान ने भी की थी संघर्ष विराम की पुष्टि
पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने एक्स पर लिखा था, 'पाकिस्तान और भारत ने तत्काल प्रभाव से संघर्ष विराम पर सहमति जताई है। पाकिस्तान ने हमेशा संप्रभुता से समझौता किए बिना शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है!'
सवाल
क्या होता है संघर्ष विराम?
सीजफायर या संघर्ष विराम का मतलब दो देशों के बीच जारी सैन्य कार्रवाई को रोक देना होता है।
यह एक अस्थायी या स्थायी समझौता हो सकता है जिसमें दोनों पक्ष किसी तरह की गोलीबारी या हमला नहीं करते। भारत और पाकिस्तान के बीच कई बार नियंत्रण रेखा (LoC) संघर्ष विराम की घोषणाएं हो चुकी हैं।
ऑक्सफोर्ड पब्लिक इंटरनेशनल लॉ और कैम्ब्रिज डिक्शनरी के मुताबिक, इस कदम को पूर्ण समाधान के बिना शांति की दिशा में पहल माना जाता है।
नियम
क्या हैं संघर्ष विराम के नियम और यह कैसे लागू होता है?
संघर्ष विराम के लिए किसी औपचारिक संधि की जरूरत नहीं होती। यह दोनों पक्षों की आपसी सहमति से लागू होता है। अन्य देश भी इसमें भागीदारी निभा सकता है।
सैन्य स्तर पर इसकी घोषणा सैन्य ऑपरेशन के प्रमुख की बातचीत के जरिए होती है। इसके बाद सैन्य कमान किसी भी प्रकार की आक्रामक कार्रवाई रोकने की घोषणा करती है।
कुछ मामलों में निगरानी व्यवस्था भी बनाई जाती है ताकि दोनों पक्ष इसका सख्ती से पालन करें।
बाध्यता
संघर्ष विराम लागू होने के बाद क्या होता है?
एक बार संघर्ष विराम लागू हो जाने के बाद दोनों पक्ष सीमित समय के लिए सैन्य कार्रवाई रोक देते हैं। इसके तहत गोलाबारी, ड्रोन हमले या सीमा पार गोली चलाना बंद कर दिया जाता है।
कई बार इसमें स्पष्ट समय-सीमा और शर्तें तय की जाती हैं कि किस इलाके में किस तरह का व्यवहार अपेक्षित रहेगा।
इसका उद्देश्य बातचीत के लिए माहौल बनाना, आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और तनाव को बढ़ने से रोकना होता है।
समय
कितने समय तक चलता है संघर्ष विराम?
संघर्ष विराम कभी-कभी सिर्फ कुछ घंटों के लिए होता है। इसमें लोगों को बचाने का प्रयास करने या घायलों को उपचार देने की प्रक्रिया अपनाई जाती है।
इसी तरह यह कभी-कभी सालों तक चलता है। इसका उदाहरण भारत और पाकिस्तान के बीच 2003 में हुआ संघर्ष विराम है।
यह 2021 तक चला, लेकिन फिर कई बार उल्लंघन हुआ। ऐसे में सवाल है कि क्या अब लागू हुआ संघर्ष विराम लंबे समय तक चल पाएगा या नहीं।
अंतर
संघर्ष विराम और युद्ध विराम में क्या होता है अंतर?
आम बोलचाल में संघर्ष विराम और युद्ध विराम को एक समझा जाता है, लेकिन तकनीकी रूप से ये अलग-अलग हैं।
युद्ध विराम में 2 देशों के बीच घोषित युद्ध को रोकने का निर्णय होता है, जबकि संघर्ष विराम में बिना घोषित युद्ध के सैन्य टकराव को रोका जाता है।
भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूदा स्थिति को युद्ध घोषित नहीं किया गया है। ऐसे में इसे सीमित सैन्य संघर्ष के बीच हुआ संघर्ष विराम या सीजफायद माना जा रहा है।