
तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को लेकर कब-क्या हुआ और आगे क्या होगा?
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीती रात अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की।
इस दौरान ट्रंप ने 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को भारत प्रत्यर्पित करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वे एक बहुत ही हिंसक व्यक्ति तहव्वुर राणा को तुरंत भारत को सौंप रहे हैं और उसे न्याय का सामना करना पड़ेगा।
आइए जानते हैं राणा के प्रत्यर्पण मामले में अब आगे क्या होगा।
शुरुआत
कब शुरू हुई थी प्रत्यर्पण की प्रक्रिया?
भारत ने 4 दिसंबर, 2019 को राजनयिक माध्यम से अमेरिका को राणा के प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध भेजा था।
10 जून, 2020 को अमेरिका ने भारत द्वारा राणा की अनंतिम गिरफ्तारी की मांग पर शिकायत दर्ज की। इसके बाद प्रत्यर्पण मामले पर कई निचली और संघीय अदालतों में सुनवाई हुई।
इस बीच कोरोना से संक्रमित होने के बाद राणा को जेल से रिहा कर दिया गया। नवंबर, 2024 में भारत के अनुरोध पर राणा को दोबारा गिरफ्तार किया गया।
कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने दी थी प्रत्यर्पण को मंजूरी
25 जनवरी, 2025 को अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी थी। राणा के पास प्रत्यर्पण से बचने का ये आखिरी कानूनी विकल्प था।
इससे पहले 21 जनवरी को कोर्ट ने राणा की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उसने निचली अदालत के फैसले की समीक्षा करने की अपील की थी।
इसके बाद कानूनी तौर पर राणा के भारत प्रत्यर्पण का रास्ता साफ हो गया था।
अगला कदम
अब आगे क्या होगा?
न्यूज18 ने सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा कि कानूनी दस्तावेज और वारंट जारी कर दिए गए हैं और उन्हें अमेरिकी अधिकारियों के साथ साझा किया गया है।
एक सूत्र ने कहा, "अब जब राजनीतिक निर्णय हो चुका है तो दोनों पक्ष तिथि और समय के तौर-तरीकों पर काम करेंगे। विदेश मंत्रालय तिथि को अंतिम रूप देने के लिए अपने अमेरिकी समकक्ष के संपर्क में है। मंजूरी मिलते ही NIA की एक टीम अमेरिका का दौरा करेगी।"
परिचय
कौन है राणा?
राणा का जन्म पाकिस्तान में हुआ था। उसने मेडिकल की पढ़ाई की है और पाकिस्तान सेना में 10 साल डॉक्टर रह चुका है।
1997 में वह कनाडा चला गया, जिसके 3 साल बाद उसने अमेरिका के शिकागो में इमीग्रेशन का काम शुरू किया। उसके पास कनाडाई नागरिकता है, लेकिन वह शिकागो में रहता है।
राणा पर आरोप है कि उसने 2006 से लेकर नवंबर, 2008 तक पाकिस्तान में मुंबई हमलों के मास्टरमांइड डेविड हेडली के साथ मिलकर पूरी साजिश रची।