उत्तराखंड: हल्द्वानी हिंसा मामले 5 गिरफ्तार, 16 के खिलाफ FIR; कर्फ्यू में ढील
क्या है खबर?
उत्तराखंड के हल्द्वानी में बनभूलपुरा में अवैध रूप से बनाए मदरसे और धार्मिक स्थल को तोड़ने के दौरान भारी हिंसा भी हुई थी। इसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग घायल हो गए।
शनिवार को हिंसा के 2 दिन बाद शांति बहाली के बाद प्रशासन द्वारा कुछ जगहों पर कर्फ्यू में ढील दी जा रही है और मामले में 3 FIR दर्ज की गई हैं।
आइए जानते हैं कि मामले में अब तक क्या-क्या हुआ।
पुलिस
5 लोगों की गिरफ्तारी, 16 की खिलाफ नामजद FIR
उत्तराखंड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) कानून और व्यवस्था एपी अंशुमान ने बताया कि बनभूलपुरा और आसपास के क्षेत्रों को छोड़कर हल्द्वानी में कर्फ्यू हटाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि केवल बनभूलपुरा क्षेत्र में कर्फ्यू जारी है और पूरे प्रकरण में 3 FIR दर्ज की गई है, जिसमें 16 लोगों को नामजद किया गया है और बाकी अज्ञात हैं।
उन्होंने कहा कि 5 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है।
गिफ्तारी
पुलिस ने कई गंभीर धाराओं में दर्ज की है FIR
ADG अंशुमान ने कहा कि CCTV फुटेज की मदद से कई आरोपियों की पहचान की जा रही है। बनभूलपुरा इलाके में कर्फ्यू में ढील नहीं दी गई और जल्द ही आरोपियों की पहचान कर ली जाएगी।
उन्होंने कहा कि हिंसा मामले में IPC की कई धाराओं जैसे 147 (दंगा), 148 (घातक हथियार से लैस दंगा), 307 (हत्या का प्रयास), 332 (स्वेच्छा से लोक सेवक को चोट पहुंचाना) सहित अन्य धाराओं में FIR दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री धामी ने 15 दिनों जांच रिपोर्ट सौंपने के दिए आदेश
शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी पहुंचकर हिंसा में घायल महिला पुलिस दल समेत अन्य पुलिसकर्मियों, प्रशासन, नगर निगम कर्मचारियों और पत्रकारों का हाल-चाल जाना।
उन्होंने कुमाऊं कमिश्नर को हिंसा की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं और उन्हें 15 दिनों में भीतर जांच पूरी कर रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपने को कहा।
साथ ही उन्होंने ADG अंशुमान को बनभूलपुरा में शांति और कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रभावित क्षेत्र में कैंप करने के निर्देश दिए।
मुस्लिम
हिंसा के लिए प्रशासनिक अधिकारी जिम्मेदार- मुस्लिम संगठन
इस बीच कई मुस्लिम संगठनों ने गृह सचिव से मुलाकात की और बनभूलपुरा की घटना के लिए प्रशासन की नाकामी बताते हुए जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की।
उनका आरोप है कि प्रशासन द्वारा मस्जिद और मदरसे को बलपूर्वक तोड़ दिया गया और कार्रवाई के दौरान स्थानीय महिलाओं पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के कारण हिंसा भड़क उठी।
उन्होंने कहा कि हिंसा से हल्द्वानी में रह रहे मुस्लिम डरे हुए हैं और यह चिंता का विषय है।
मामला
क्या है हिंसा का मामला?
4 फरवरी को हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में स्थित मलिक के बगीचे में कथित तौर पर अवैध रूप से बनी एक मस्जिद और मदरसे को उत्तराखंड हाई कोर्ट के आदेश पर नगर निगम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की थी।
इस दौरान हिंसा भड़क उठी और यहां बड़े पैमाने पर आगजनी हुई। प्रदर्शकारियों ने पुलिस और प्रशासन की टीम पर पथराव भी किया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
घटना के बाद से इलाके में तनाव बना हुआ है।