NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / उत्तराखंड: हाई कोर्ट का मुख्यमंत्री पर लगे आरोपों की CBI जांच का आदेश, पत्रकार को राहत
    अगली खबर
    उत्तराखंड: हाई कोर्ट का मुख्यमंत्री पर लगे आरोपों की CBI जांच का आदेश, पत्रकार को राहत

    उत्तराखंड: हाई कोर्ट का मुख्यमंत्री पर लगे आरोपों की CBI जांच का आदेश, पत्रकार को राहत

    लेखन प्रमोद कुमार
    Oct 28, 2020
    11:27 am

    क्या है खबर?

    उत्तराखंड हाई कोर्ट ने मंगलवार को पत्रकार उमेश शर्मा के खिलाफ दायर FIR रद्द करने का आदेश दिया है।

    दरअसल, शर्मा ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये दावा किया था कि नोटबंदी के बाद झारखंड के रहने वाले एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से जुड़े एक दंपत्ति के खाते में पैसे जमा कराए थे।

    साथ ही कोर्ट ने इस मामले की CBI जांच के आदेश दिए हैं।

    आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।

    पृष्ठभूमि

    क्या है मामला?

    दरअसल, उमेश ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये दावा किया था कि झारखंड के अमृतेश चौहान ने नोटबंदी के बाद मुख्यमंत्री रावत से व्यक्तिगत लाभ लेने के लिए रिटायर्ड प्रोफेसर हरेंद्र रावत और उनकी पत्नी डॉ सविता रावत के खाते में पैसे भेजे थे।

    शर्मा का दावा था कि सविता रावत मुख्यमंत्री रावत की सगी बहन हैं। उन्होंने अपनी पोस्ट में बैंक खाते की इस ट्रांजेक्शन की जानकारी भी दी थी।

    जानकारी

    FIR रद्द करवाने हाई कोर्ट गए थे शर्मा

    यह पोस्ट सामने आने के बाद हरेंद्र रावत ने आरोपों का खंडन किया और शर्मा के खिलाफ देहरादून में FIR दर्ज करवा दी। इसे रद्द करवाने के लिए शर्मा ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

    आदेश

    याचिका में गंभीर आरोप, CBI जांच की जरूरत- कोर्ट

    शर्मा की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट की जस्टिस रविंद्र मैठाणी की एकल बेंच ने यह FIR रद्द करने का आदेश दिया।

    साथ ही कोर्ट ने कहा कि याचिका में मुख्यमंत्री के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसलिए यह राज्य के हित में होगा कि इस मामले की हकीकत लोगों के सामने आए।

    उन्होंने CBI को मामले में FIR दर्ज कर जांच शुरू करने को कहा है ताकि आरोपों की सच्चाई सामने आ सके।

    उत्तराखंड

    मामले के दस्तावेज CBI को सौंपने के आदेश

    कोर्ट ने मामले की सभी फाइलें और दस्तावेज 48 घंटों के भीतर देहरादून स्थिति CBI कार्यालय में पहुंचाने को कहा है। इन फाइलों के ईमेल और हार्ड कॉपी CBI को सौंपे जाएंगे।

    इस मामले में वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल शर्मा की तरफ से पेश हुए थे। उन्होंने कहा कि शर्मा के खिलाफ झारखंड में भी मामला दर्ज किया गया था और उस मामले में जमानत पर हैं। ऐसे में एक ही मामले में दो बार गिरफ्तारी नहीं हो सकती।

    जांच

    देहरादून पुलिस ने रावत के दे दी थी क्लीन चिट

    सोशल मीडिया पर इस कथित लेनदेन की जानकारी सामने आने के बाद देहरादून पुलिस ने इसकी जांच की थी।

    तब पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि हरेंद्र और त्रिवेंद्र सिंह रावत रिश्तेदार नहीं है और डॉ सविता रावत भी मुख्यमंत्री रावत की सगी बहन नहीं हैं।

    आजतक के मुताबिक, बाद में बैंक खातों और अन्य दस्तावेजों से पता चला कि देहरादून पुलिस की रिपोर्ट झूठी थी क्योंकि सभी आरोपी आपस में करीबी रिश्तेदार निकले थे।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    झारखंड
    नटबंदी
    सोशल मीडिया

    ताज़ा खबरें

    कौन है मोहम्मद सोलिमन, जिसने कोलोराडो में इजरायली समर्थकों पर पेट्रोल बम फेंका? अमेरिका
    मणिरत्नम का असली नाम जानते हैं आप? निर्देशक बनने से पहले किया करते थे ये काम  मणिरत्नम
    मई में होंडा की घरेलू बिक्री और निर्यात में आई गिरावट, जानिए कितनी गाड़ियां बेची  होंडा
    बॉक्स ऑफिस: 'भूल चूक माफ' की कमाई में बढ़ोतरी, 10वें दिन जुटाए इतने करोड़ रुपये  राजकुमार राव

    झारखंड

    अलविदा 2019: राजनीतिक उथल-पुथल वाला रहा यह साल, इन राज्यों को मिले नए मुख्यमंत्री ओडिशा
    अलविदा 2019: इस साल हर महीने हुईं कौन-कौन सी बड़ी घटनाएं, डालें एक नजर पाकिस्तान समाचार
    इस साल दिल्ली और बिहार में होंगे विधानसभा चुनाव, जानें क्या है इनका राजनीतिक महत्व दिल्ली
    मकर संक्रांति: त्योहार एक, नाम अनेक; आइए जानें इनके बारे में बिहार

    नटबंदी

    औरंगाबाद: नक्सलियों का दावा- भाजपा नेता को दिए थे 5 करोड़, नहीं लौटाए तो किया हमला बिहार
    Rs. 2000 के नोटों की छपाई रोकने की खबरों पर सरकार ने दी सफाई भारतीय रिजर्व बैंक
    पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया तानाशाह, हिटलर से की तुलना नरेंद्र मोदी
    रोजगार पर पड़ी नोटबंदी की मार, चार साल के उच्चतम स्तर पर थी बेरोजगारी दर- रिपोर्ट रोजगार समाचार

    सोशल मीडिया

    वीडियो: अवैध संबंध के शक में महिला की पिटाई, पति को कंधे पर बैठाकर निकाला जुलूस मध्य प्रदेश
    व्हाट्सऐप के फॉन्ट स्टाइल को ऐसे बदलें, चैटिंग करना होगा और भी मजेदार आईफोन
    सोशल मीडिया पर सुरक्षित रहने के लिए इन बातों का रखें खास ध्यान फेसबुक
    आंध्र प्रदेश: कचरा ढोने वाली गाड़ी में अस्पताल ले जाए गए संदिग्ध कोरोना मरीज ट्विटर
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025