उत्तराखंड के हलद्वानी में क्यों भड़की हिंसा? 2 की मौत, लगाया गया कर्फ्यू
उत्तराखंड के हलद्वानी में एक अवैध मदरसे और उससे सटी मस्जिद को ढहाए जाने को लेकर हिंसा शुरू हो गई। इस हिंसा में 2 लोगों की मौत हो गई है और 250 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इनमें लगभग 100 पुलिसवाले हैं। गुरुवार को हुई इस घटना के बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। प्रशासन ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं और इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं।
क्या है मामला और कैसे भड़की हिंसा?
दरअसल, हल्द्वानी के वनभूलपुरा इलाके में स्थित मलिक के बगीचे में सरकारी जमीन पर मदरसा और एक मस्जिद बनी हुई थी। हाई कोर्ट के आदेश पर हल्द्वानी नगर निगम ने इस अतिक्रमण को हटाने के लिए कार्रवाई शुरू की। इसको लेकर 4 फरवरी को भी बवाल हुआ तो नगर निगम ने दोनों स्थलों को सील कर अतिक्रमण को हटाने का काम शुरू किया। गुरुवार को 4 बजे बुलडोजर से मदरसे को ध्वस्त कर दिया गया, जिसके बाद हिंसा भड़क गई।
सुनिए नैनीताल की जिला अधिकारी ने क्या कहा
मदरसे पर कार्रवाई पर भड़के लोगों ने फेंके पत्थर
मदरसे को ध्वस्त होने की कार्रवाई शुरू होते ही बड़ी संख्या में महिलाओं सहित गुस्साए निवासी कार्रवाई का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर आए। उग्र भीड़ ने कानून प्रवर्तन, नगरपालिका कर्मचारियों और पत्रकारों पर पथराव किया, जिसके परिणामस्वरूप लोगों को चोटें आईं और संपत्ति को नुकसान पहुंचा। भीड़ ने 20 से अधिक मोटरसाइकिलों को भी निशाना बनाया और पीएसी-2 बस में आग लगा दी। एक ने ट्रांसफार्मर को आग लगा दी जिससे इलाके में अंधेरा छा गया।
जिलाधिकारी ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के दिए आदेश
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया और आंसूगैस के गोले छोड़कर भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की। हालांकि, भीड़ द्वारा पुलिस गश्ती कार सहित कई वाहनों को आग लगाने से तनाव बढ़ गया। देर शाम तक तनाव और बढ़ गया और बनभूलपुरा थाने में भी आग लगा दी गई। स्थिति को बेकाबू होते देख जिलाधिकारी ने देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं।
इलाके में कर्फ्यू, घायलों का अस्पताल में इलाज जारी
प्रशासन ने एहतियात के तौर पर पूरे हलद्वानी में कर्फ्यू लगा दिया गया है, जिसके परिणामस्वरूप प्रभावित इलाकों में सभी दुकानें और स्कूल बंद कर दिए गए हैं। इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों से 'अराजक तत्वों' से सख्ती से निपटने का आग्रह किया है। घायलों का इलाज सोबन सिंह जीना अस्पताल में चल रहा है, ज्यादातर लोगों को सिर और चेहरे पर चोटें आईं हैं।
मुख्यमंत्री ने हालात की समीक्षा, भारी संख्या में पुलिसबल तैनात
हिंसा के भड़कने के बाद राज्य की राजधानी देहरादून में मुख्यमंत्री धामी ने हल्द्वानी की स्थिति की समीक्षा के लिए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी और पुलिस महानिदेशक (DGP) अभिनव कुमार सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। उन्होंने सभी से शांति बनाए रखने का आग्रह किया। व्यवस्था बहाल करने के लिए अतिरिक्त पुलिस और केंद्रीय बलों को तैनात किया जा रहा है और मुख्यमंत्री ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है।
कोर्ट में अतिक्रमण रोकने की याचिका पर हुई सुनवाई
इस बीच उत्तराखंड हाई कोर्ट में गुरुवार को तोड़फोड़ रोकने की मांग वाली जनहित याचिका पर सुनवाई हुई। मलिक कॉलोनी निवासी साफिया मलिक और अन्य द्वारा दायर याचिका में याचिकाकर्ताओं को हल्द्वानी नगर निगम द्वारा दिए गए नोटिस को चुनौती दी गई है। हालांकि, न्यायमूर्ति पंकज पुरोहित की अवकाश पीठ द्वारा मामले में कोई राहत नहीं दी गई, जिसके बाद विध्वंस की कार्रवाई शुरू हुई। अब इस मामले की सुनवाई 14 फरवरी को होगी।