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कोरोना का नया स्ट्रेन: इलाज के मौजूदा तरीकों में बदलाव की जरूरत नहीं- टास्क फोर्स

कोरोना का नया स्ट्रेन: इलाज के मौजूदा तरीकों में बदलाव की जरूरत नहीं- टास्क फोर्स

Dec 27, 2020
10:25 am

क्या है खबर?

देश में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए बनाई गई टास्क फोर्स का कहना है कि यूनाइटेड किंगडम (UK) में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन के कारण इलाज के मौजूदा तरीकों में बदलाव की जरूरत नहीं है। यह फैसला ऐसे समय आया है, जब लंदन समेत UK के कई इलाकों में नए स्ट्रेन के कारण संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कई दूसरे देशों में भी इस स्ट्रेन के मामले सामने आ चुके हैं।

जानकारी

बैठक में इन बड़े अधिकारियों ने लिया हिस्सा

नए स्ट्रेन पर चर्चा करने के लिए शनिवार को टास्क फोर्स की बैठक हुई थी। इसमें नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल, ICMR के महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव, AIIMS निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया के अलावा कई बड़े अधिकारियों और विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया था।

फैसला

इलाज में बदलाव की जरूरत नहीं

यह बैठक नए स्ट्रेन के मद्देनजर टेस्टिंग, सर्विलांस और इलाज के तरीकों पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी। बैठक बाद जारी बयान में कहा गया कि टास्क फोर्स इस बात पर सहमत हुई है कि वायरस में आ रहे नए बदलावों को देखते इलाज के मौजूदा तरीकों में बदलाव की जरूरत नहीं है। साथ ही ICMR टेस्टिंग के लिए जिस तरह की रणनीति अपना रही है, उससे कोरोना संक्रमितों की पहचान न होने की संभावना बेहद कम है।

जानकारी

नए स्ट्रेन को फैलने से पहले रोकने की कोशिश पर काम जरूरी

बैठक में यह फैसला लिया गया कि चूंकि UK में मिला स्ट्रेन तेजी से फैलता है इसलिए उस स्ट्रेन से संक्रमित व्यक्ति की पहचान कर बदले हुए वायरस को आगे फैलने से रोकने के लिए कदम उठाने की जरूरत है।

बयाव

जिनोम सर्विलांस तेज करने का प्रस्ताव

वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि टास्क फोर्स की तरफ से नए स्ट्रेन से संक्रमित मरीजों की पहचान के लिए जिनोम सर्विलांस को तेज करने का प्रस्ताव दिया गया है। यह समझना भी जरूरी है कि बाकी वायरस की तरह कोरोना महामारी फैलाना वाला SARS-CoV-2 भी लगातार बदलता रहता है। मंत्रालय ने आगे कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग, हाथ धोने, मास्क लगाने जैसे तरीकों से नए स्ट्रेन पर काबू पाया जा सकता है।

योजना

5 फीसदी सैंपलों की होगी नए स्ट्रेन के लिए जांच

यह जानकारी भी सामने आई है कि फिलहाल 50 सैंपल में UK में मिले नए स्ट्रेन की जांच की जा रही है। वहीं आने वाले दिनों में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 5 प्रतिशत सैंपल की भी नए स्ट्रेन की पहचान के लिए जांच की जाएगी। गौरतलब है कि 21-23 दिसंबर के बीच UK से भारत आए कोरोना संक्रमित यात्रियों के सैंपल नए स्ट्रेन की जांच के लिए ICMR की लैब्स में भेजे गए हैं।

कोरोना वायरस

देश में महामारी की क्या स्थिति?

देश में बीते कुछ दिनों से संक्रमण की रफ्तार धीमी हुई है। बीते दिन देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के 18,732 नए मामले सामने आए और 279 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। देश में 1 जुलाई के बाद एक दिन में मिले ये सबसे कम मामले हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,01,87,850 हो गई है। इनमें से 1,47,622 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।