सुप्रीम कोर्ट जज का अजीबोगरीब बयान, कहा- घोर कलयुग में कोरोना वायरस से नहीं लड़ सकते
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से पूरी दुनिया दहशत में है और प्रतिदिन इससे संक्रमित लोगों और मृतकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। भारत में भी लोग कोरोना वायरस के कारण डर के साए में हैं और हर जगह और संस्थान पर इसका असर देखने को मिल रहा है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के जज अरुण मिश्रा ने अजीबोगरीब बयान देते हुए कहा है कि घोर कलयुग में इंसान कोरोना वायरस से नहीं लड़ सकता।
100 साल में आती है ऐसी महामारी- जस्टिस मिश्रा
एक मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा, "कोरोना वायरस जैसी महामारी हर 100 साल में आती है। इस घोर कलयुग में हम कोरोना वायरस से नहीं लड़ सकते हैं।" उन्होंने कहा, "मनुष्य की धोखाधड़ी देखो। आप सब कुछ कर सकते हैं। आप सभी तरह के हथियार बना सकते हैं, लेकिन आप इस वायरस से नहीं लड़ सकते। हमें अपने स्तर पर यह लड़ाई लड़नी होगी।"
"सरकार के भरोसे नहीं किया जा सकता मुकाबला"
जस्टिस मिश्रा ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया इसका इलाज ढूंढने में लगी हुई है, लेकिन केवल सरकार के भरोसे रहकर इस वायरस का मुकाबला नहीं किया जा सकता। उन्होंने आगे कहा, "ऐसे में सभी लोगों को मिलकर इस बीमारी का मुकाबला करना चाहिए। यदि आप मिलकर इसका मुकाबला करेंगे तो इससे बीमारी पर जीत हासिल की जा सकती है। आपको अपने लिए लड़ना होगा किसी और के लिए नहीं।"
सुप्रीम कोर्ट में हो रही है केवल आवश्यक मामलों की सुनवाई
कोरोना वायरस के चलते सुप्रीम कोर्ट में आम मामलों की सुनवाई को बंद कर दिया गया है। वर्तमान में कोर्ट में केवल आवश्यक मामलों की ही सुनवाई हो रही है। इसके अलावा मामलों से जुड़े अधिवक्ताओं के अलावा किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं है।
जस्टिस शाह ने की एक साथ अधिक संख्या में कोर्ट में नहीं आने की अपील
सुनवाई के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता आर्यमान सुंदरम अपने साथ 5-6 वकीलों को लेकर कोर्ट रूम में पहुंच गए थे। इसे लेकर जस्टिस मिश्रा और जस्टिस मिश्रा एमआर शाह थोड़ा नाराज हो गए। उन्होंने अधिवक्ताओं से कहा कि कोरोना वायरस से लड़ने में सहयोग सबसे जरूरी है, इसलिए अधिवक्ता भी एक साथ ज्यादा संख्या में कोर्ट रूम में नहीं आएं। उन्होंने कहा कि एक वरिष्ठ अधिवक्ता को केवल एक अधिवक्ता के साथ आना चाहिए।
दुनिया और भारत में ये है कोरोना वायरस की स्थिति
कोरोना वायरस धीरे-धीरे दुनिया के सभी देशों को अपने चपेट में लेता जा रहा है। दुनियाभर में अब तक इससे 7,994 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं एक लाख 99 हजार 193 लोगों के इससे संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। भारत में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 147 पहुंच गई है, वहीं तीन लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 14 मरीज ठीक हो चुके हैं।