कोरोना वायरस: मध्य, पश्चिमी और दक्षिणी रेलवे ने डिब्बों से हटाए कंबल और पर्दे
देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए मध्य, पश्चिमी और दक्षिणी रेलवे ने ट्रेनों के एसी कोच से कंबल और पर्दे हटाने के आदेश दिए हैं। ट्रेनों में इस्तेमाल होने वाले पर्दों और कंबलों की रोज सफाई नहीं होती है, जिसके चलते यह फैसला किया गया है। वहीं, बेडशीट, तौलिये और तकिये के कवर रोजाना साफ किए जाते हैं। इसलिए इनका प्रयोग जारी रहेगा। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
रेलवे बोर्ड की एडवायजरी के मद्देनजर लिया फैसला
दक्षिणी रेलवे ने रविवार को कहा कि रेलवे बोर्ड की एडवायजरी को ध्यान में रखते हुए ट्रेनों से ऊनी कंबल और पर्दे हटाने का फैसला किया है। इससे पहले शनिवार को मध्य और पश्चिमी रेलवे ने भी ऐसा ही आदेश जारी किया था।
यात्रियों की मांग पर दिया जा सकता है कंबल
दक्षिणी रेलवे ने बयान में कहा है कि यात्रियों की मांग पर उन्हें ऊनी कंबल दिया जा सकता है। तकिये, तकिये के कवर, बेडशीट पहले की तरह ही दी जाएंगी। जिन यात्रियों ने रिजर्वेशन किया हुआ है उन्हें SMS के जरिए इस बदलाव की जानकारी दे दी जाएगी। ये निर्देश एक महीने तक या अगला आदेश आने तक जारी रहेंगे। दक्षिण रेलवे के प्रवक्ता गजानन महतपुरकर ने कहा रोजाना सफाई नहीं होने के कारण कंबल हटाए गए हैं।
ट्रेन को डिब्बों की गहन सफाई के निर्देश
गजानन ने कहा कि यात्रियों से अपील की जाती है कि वो अपना कंबल लेकर आएं। जरूरत पड़ने की सूरत में उन्हें कुछ अतिरिक्त बेडशीट दी जा सकती हैं। वहीं मध्य रेलवे ने अपने कर्मचारियों को ट्रेन के डिब्बों की गहन सफाई करने के निर्देश दिए हैं। सफाई कर्मियों को कोच की सीढ़ियों, चार्जिंग प्वाइंट, इलेक्ट्रिक स्विच, खिड़की के कांच, खिड़की की ग्रिल, दरवाजे पर लगे हैंडल आदि की कीटाणुनाशक से सफाई करने को कहा गया है।
यात्रा के दौरान यात्रियों को मिलेंगे नैपकिन और लिक्विड साबुन
एक अधिकारी ने बताया कि यात्रियों के आने-जाने के रास्ते गर्म पानी से साफ किए जा रहे हैं। पैंट्री कार की सफाई के लिए स्टीम क्लिनिंग आदि का इस्तेमाल किया जा रहा है। अगले 4-5 दिनों में सभी ट्रेनों से पर्दे आदि हटा लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यात्रियों को यात्रा के दौरान रेलवे की तरफ से लिक्विड साबुन, नैपकिन और किटाणुनाशक केमिकल दिया जा रहा है ताकि कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके।
बरती जा रही खास सावधानियां
रेलवे कर्मचारियों को खांसी, बुखार या दूसरे लक्षण वाले यात्रियों पर नजर रखने को कहा गया है। ऐसे यात्रियों द्वारा इस्तेमाल बेडशीट और तकिये आदि सामान को अलग रखा जाएगा ताकि किसी दूसरे यात्रियों को संक्रमित होने से बचाया जा सके।