पश्चिम बंगाल: वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव, चार दिन पहले ही दिखाई गई थी हरी झंडी
पश्चिम बंगाल में हाल ही में शुरू हुई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव का मामला सामने आया है। मालदा जिले के कुमारगंज स्टेशन के पास सोमवार रात को कुछ अराजक तत्वों ने ट्रेन पर पथराव किया जिसमें ट्रेन के शीशे टूट गए। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार दिन पहले 30 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए पश्चिम बंगाल की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी।
रेलवे ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया केस
भारतीय रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर हुए पथराव को लेकर एक बयान जारी किया है। रेलवे ने बताया कि रेलवे अधिनियम की धारा 154 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। रेलवे ने आगे बताया कि पथराव में ट्रेन के एक दरवाजे का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। उसने कहा कि पथराव में कोई यात्री घायल नहीं हुआ और इस वजह से ट्रेन लेट नहीं हुई।
यहां देखें ट्रेन की तस्वीरें
भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने की NIA जांच की मांग
पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसकी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से जांच की मांग की है। उन्होंने ट्वीट किया, 'पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में भारत के गौरव वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव हुआ। क्या यह उद्घाटन के दिन 'जय श्री राम' के नारों का बदला है? मैं प्रधानमंत्री और रेल मंत्रालय से NIA को जांच सौंपने और घटना में शामिल अपराधियों को सजा देने की मांग करता हूं।'
पहले भी हो चुकी हैं वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटनाएं
बता दें कि इससे पहले पिछले साल 13 दिसंबर को नागपुर से बिलासपुर के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर भी पथराव किया गया था। इसके अलावा 2019 में उत्तर प्रदेश के भदोही में दिल्ली से वाराणसी जा रही इस ट्रेन पर कुछ लोगों ने पत्थर मारकर कई खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए थे। 2019 में ही दिल्ली से आगरा के बीच इस ट्रेन पर पथराव हुआ था।
हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी के बीच शुरू हुई है यह ट्रेन
नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की मदद से हावड़ा और न्यू जलपाईगुड़ी के बीच का करीब 565 किलोमीटर का सफर लगभग पौने आठ घंटे में पूरा किया जा सकता है। यह अन्य ट्रेनों द्वारा लिए जाने वाले समय से करीब तीन घंटे कम है। यह ट्रेन बोलपुर, मालदा टाउन और बारसोई स्टेशनों पर रुकती है। IRCTC के मुताबिक, यात्रियों को चेयर कार सीट के लिए 1,565 रुपये और एग्जीक्यूटिव क्लास के लिए 2,825 रुपये देने होंगे।
किन सुविधाओं से लैस हैं वंदे भारत एक्सप्रेस?
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन देश की पहली इंजन रहित ट्रेन है। इसमें बुलेट या मेट्रो ट्रेन जैसे एकीकृत इंजन हैं। इसमें 16 कोच होते हैं और ऑनबोर्ड वाई-फाई की सुविधा भी मिलती है। ट्रेन में GPS आधारित सूचना प्रणाली से आने वाले स्टेशनों की जानकारी दी जाती है। यह 180 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से दौड़ने में सक्षम है।इसमें जैव-वैक्यूम शौचालय बनाए गए हैं और सुरक्षा के लिए सभी कोचों में स्वचालित दरवाजें लगाए गए हैं।
इन 6 रूटों पर भी चल रही हैं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें
देश में फिलहाल सात वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चल रही हैं। पहली ट्रेन 2019 में नई दिल्ली और वाराणसी के बीच शुरू हुई थी। दूसरी ट्रेन दिल्ली और श्री माता वैष्णो देवी कटरा के बीच संचालित हुई। तीसरी ट्रेन अहमदाबाद से मुंबई के बीच, जबकि चौथी ट्रेन ऊना से दिल्ली के बीच संचालित होती है। चेन्नई से मैसूर और बिलासपुर से नागपुर के बीच भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत हो चुकी है।