बंगाल: भाजपा के विरोध मार्च पर पुलिस का लाठीचार्ज, सुवेंदु अधिकारी सहित कई नेता हिरासत में
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मंगलवार को भाजपा ने राज्य की ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ विरोध मार्च निकाला। इसे सचिवालय चलो मार्च (नबन्ना चलो मार्च) नाम दिया गया है। हालांकि, पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं को सचिवालय पहुंचने से पहले ही बीच में रोक लिया। भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध करने पर पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज करने के साथ वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। इसके अलावा भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी सहित कई नेताओं को हिरासत में ले लिया।
भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर निकाला मार्च
राज्य में पिछले दिनों तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कई नेता और कार्यकर्ताओं के भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर भाजपा ने इसको मुद्दा बनाया और सरकार के खिलाफ विरोध मार्च (नबन्ना चलो मार्च) का ऐलान किया था। इसको देखते हुए पुलिस ने सचिवालय की घेराबंदी कर दी और जगह-जगह बेरिकेडिंग लगा दी। इसके अलावा भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए जगह-जगह भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। इसके चलते पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई।
यहां देखें वीडियो
पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर किया लाठीचार्ज
भाजपा ने सचिवालय को तीन तरफ से घेरने की योजना बनाई थी। इसमें हावड़ा रेलवे स्टेशन से सुकांतो मजूमदार, सांतरागाछी से सुवेंदु अधिकारी और स्क्वॉड से दिलीप घोष को सचिवालय जाना था, लेकिन पुलिस ने तीनों को रोक लिया। इसके विरोध में भाजपा कार्यकर्ता उग्र हो गए और मामला पत्थरबाजी तक पहुंच गया। बड़ा बाजार थाने में पुलिस की गाड़ी को भी आग लगा दी। ऐसे में पुलिस ने लाठाचार्ज करने के साथ वाटर कैनन चलाकर कार्यकर्ताओं को खदेड़ा।
पुलिस ने सुवेंदु सहित कई नेताओं को हिरासत में लिया
झड़प के बाद पुलिस ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांतो मजमूदार, नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी और सांसद लॉकेट चटर्जी समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लेने के दौरान भाजपा नेता सुवेंदु ने कहा, "बंगाल की जनता ममता बनर्जी के साथ नहीं है, इसलिए वह बंगाल में उत्तर कोरिया की तरह तानाशाही कर रही हैं। पुलिस जो कर रही है, उसे उसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। इस तानाशाही के खिलाफ भाजपा आ रही है।"
राज्य के अन्य जिलों से आने वालों से भी हुई झड़प
मार्च के लिए राज्य के अन्य जिलों से कोलकाता जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच आसनसोल के रानीगंज रेलवे स्टेशन पर भी झड़प देखने को मिली। पुलिस उन्हें बैरिकेड लगा कर रोक रही थी। उसी दौरान उनकी पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हो गई। इधर, सुवेंदु को हिरासत में लेने के बाद कार्यकर्ता भड़क गए और उन्होंने लाल बाजार इलाके में पुलिस वाहन को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
यहां देखें विरोध प्रदर्शन से जुड़ी अन्य फोटो
घोष ने सरकार पर लगाया लोकतांत्रिक विरोध को दबाने का आरोप
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता बनर्जी सरकार पर लोकतांत्रिक विरोध को जबरन रोकने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, "हमारे समर्थकों को सोमवार शाम अलीपुरद्वार से सियालदह के लिए विशेष ट्रेन में चढ़ने से रोका गया और यहां तक कि राज्य पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। यह सरकार की दमनकारी नीति है।" इधर, TMC का कहना है कि भाजपा अपनी संकीर्ण और पक्षपातपूर्ण राजनीति के लिए शहर में अशांति पैदा कर रही है।