सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान होंगे देश के अगले CDS, सरकार ने किया ऐलान
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को देश के अगला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के रूप में नियुक्त किया है।
वह भारत सरकार के सैन्य मामलों से जुड़े विभाग के सचिव के रूप में भी कार्य करेंगे। रक्षा मंत्रालय की ओर से बुधवार को यह जानकारी दी गई है।
देश के पहले CDS बिपिन रावत का दिसंबर, 2021 में तमिलनाडु में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में निधन होने के बाद से ही यह पद खाली चल रहा था।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें ट्वीट
Government appoints Lt General Anil Chauhan (Retired) as the next Chief of Defence Staff (CDS)
— ANI (@ANI) September 28, 2022
(file photo) pic.twitter.com/fLxIsXELq7
बयान
रक्षा मंत्रालय की ओर से क्या जारी किया गया है बयान?
रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि सरकार ने सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के रूप में नियुक्त किया। वह भारत सरकार में सैन्य मामलों के विभाग के सचिव के रूप में भी कार्य करेंगे।
बयान में कहा गया है कि चौहान ने लगभग 40 वर्षों से अधिक के करियर में कई कमानों का नेतृत्व किया है और उन्हें जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व भारत में आतंकवाद विरोधी अभियानों में व्यापक अनुभव है।
जिम्मेदारी
इन महत्वपूर्ण कमानों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं चौहान
18 मई, 1961 को जन्मे अनिल चौहान को साल 1981 में सेना की 11 गोरखा राइफल्स में कमीशन दिया गया था। मेजर जनरल के रूप में उन्होंने उत्तरी कमान के बारामुला सेक्टर में इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभाली थी।
लेफ्टिनेंट जनरल के रूप में उन्होंने उत्तर पूर्व में एक कोर की कमान संभाली और सितंबर 2019 से पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ बने। वह 31 मई, 2021 में सेवानिवृत्त होने तक इस पद पर बने रहे।
सम्मान
विशिष्ठ सेवा के लिए मिल चुके हैं कई सम्मान
अनिल चौहान खडकवासला की राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और देहरादून भारतीय सैन्य अकादमी के पूर्व छात्र रहे हैं। वह अंगोला में संयुक्त राष्ट्र के मिशन में भी काम कर चुके हैं।
सेवानिवृत्ति के बाद भी उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक मामलों में योगदान देना जारी रखा।
उन्हें सेना में विशिष्ट और शानदार सेवा के लिए परम विशिष्ट सेवा पदक, उत्तम युद्ध सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक, सेना पदक और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है।
पृष्ठभूमि
8 दिसंबर, 2021 को क्रैश हुआ था जनरल रावत का हेलीकॉप्टर
बता दें 8 दिसंबर को जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत 14 लोगों को ले जा रहा वायुसेना का Mi-17V5 हेलीकॉप्टर तमिलनाडु के कोयंबटूर में क्रैश हो गया था।
जनरल बिपिन रावत सुलूर हवाई अड्डे से वेलिंगटन एक कॉलेज में लैक्चर देने के लिए जा रहे थे और इसी दौरान कुनूर में हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया।
घटना में जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोग मारे गए थे, वहीं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की इलाज के दौरान मौत हुई।
हादसा
अचानक बदले मौसम में बादलों में प्रवेश के कारण हुआ था हादसा
इस हादसे की ट्राई-सर्विसेज कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की रिपोर्ट में सामने आया था कि अचानक हुए मौसम में बदलाव बाद हेलीकॉप्टर के बादलों में प्रवेश के कारण वह हादसा हुआ था। हेलीकॉप्टर के बादलों में फंसने के कारण पायलट का स्थानिक भटकाव हुआ और एक नियंत्रित उड़ान अनियंत्रित (CFIT) हो गई।
इस कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की अध्यक्षता एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने की थी, जो सैन्य बलों में शीर्ष हेलीकॉप्टर पायलट हैं।