कोरोना वायरस: देश के अधिकतर घरों में नहीं हैं हाथ धोने के पर्याप्त इंतजाम
भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) के बढ़ते मामलों के बीच जानकार इससे बचने के लिए समय-समय पर हाथ धोने की सलाह देते हैं। कोरोना वायरस से बचने के लिए साफ-सफाई का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। हालांकि, इस सलाह को अमल में लाना लोगों के लिए काफी मुश्किल है क्योंकि देशभर में बड़ी संख्या में ऐसे घर हैं, जहां हाथ धोने की पर्याप्त सुविधाएं मौजूद नहीं हैं। ये जानकारी नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (2015-16) से मिलती है।
छह लाख घरों में किया गया सर्वे
देशभर के छह लाख घरों में किए गए सर्वे में यह जानकारी सामने आई। सर्वे करने वालों को लोगों से इंटरव्यू करने के अलावा उनके घरों की उस जगह को भी देखने को कहा गया था, जहां वो हाथ धोते हैं।
97 प्रतिशत घरों में सफाई के पर्याप्त इंतजाम नहीं
सर्वे करने वालों ने पाया कि लगभग 97 फीसदी घरों में हाथ धोने के लिए जगह निर्धारित है, लेकिन वहां पर सफाई के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं है। जिन घरों में सर्वे किया गया, उनमें से 14 फीसदी घरों में हाथ धोने की जगह पर पानी का इंतजाम नहीं था। ग्रामीण इलाकों में यह आंकड़ा 18 प्रतिशत है। इसकी तुलना में शहरों में यह संख्या छह प्रतिशत है। यानी उन्हें दूसरी जगह से पानी लाकर हाथ धोने पड़ते हैं।
19 प्रतिशत घरों में साबुन या मिट्टी की व्यवस्था नहीं
यहां यह बात भी ध्यान देने वाली है कि जिन घरों में हाथ धोने वाली जगहों पर पानी है, उनमें से 19 प्रतिशत घरों में हाथ साफ करने के लिए उस जगह पर साबुन, राख या मिट्टी नहीं है।
अमीर घरों में सफाई की बेहतर व्यवस्था
अमीर घरों में सफाई की बेहतर व्यवस्था है। देश के 20 प्रतिशत सबसे अमीर घरों में से केवल एक प्रतिशत घरों में हाथ धोने की जगह पर पानी की व्यवस्था नहीं है। गरीब घरों की तुलना में यह अंतर साफ दिखता है। सबसे गरीब 20 प्रतिशत घरों में से 32 प्रतिशत में पानी की व्यवस्था नहीं है। आकंड़ों से साफ पता चलता है गरीब लोगों के लिए सफाई की जरूरत दूसरी जरूरतों के आगे दम तोड़ देती है।
गरीब राज्यों में हालात खराब
सर्वे में पता चला है कि गरीब राज्यों में लोगों के पास हाथ धोने की सुविधाएं पर्याप्त नहीं है। आंकड़ों के मुताबिक, ओडिशा और झारखंड में 40 प्रतिशत घरों में हाथ धोने की जगह पानी की व्यवस्था नहीं है। बाकी राज्यों की तुलना में यह सर्वाधिक है। पंजाब और चंडीगढ़ इस मामले में सबसे बेहतर है। वहीं देश की राजधानी दिल्ली में नौ प्रतिशत ऐसे घर है, जहां हाथ धोने की जगह पानी का इंतजाम नहीं है।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए हाथ धोने जरूरी
60 से अधिक देशों में फैल चुके कोरोना वायरस का इलाज अभी तक नहीं ढूंढा जा सका है। केवल लक्षणों के आधार पर इसका इलाज किया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि कोरोना का वायरस किसी भी सतह पर घंटों तक जीवित रह सकता है इसलिए जरूरी है कि किसी भी चीज को छूने के बाद साबुन और पानी से अच्छी तरह अपने हाथ धोएं। हाथों को बिना धोए अपने मुंह, नाक और आंखों को छूने से बचें।