
प्रधानमंत्री मोदी इस महीने जा सकते हैं ब्रिटेन और मालदीव, हो सकते हैं ये अहम समझौते
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के आखिर में ब्रिटेन दौरे पर जा सकते हैं। इस दौरान दोनों पक्ष भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर औपचारिक रूप से हस्ताक्षर कर सकते हैं और रक्षा क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देने के तरीकों पर विचार कर सकते हैं। इसके अलावा वे मालदीव का दौरा भी कर सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों पक्ष प्रधानमंत्री की ब्रिटेन यात्रा की तारीखों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं।
रिपोर्ट
किन-किन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा?
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री भारत और ब्रिटेन द्वारा औपचारिक रूप से FTA पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। इसके अलावा दोनों पक्ष प्रौद्योगिकी सुरक्षा पहल (TSI) के कार्यान्वयन पर भी विचार कर सकते हैं। पिछले साल जुलाई में भारत और ब्रिटेन ने TSI को अंतिम रूप दिया था। ये दूरसंचार, महत्वपूर्ण खनिज, अर्धचालकों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता सहित कई प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में सहयोग के लिए नया दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है, जिसका उद्देश्य रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाना है।
समझौता
इस साल मई में हुआ था FTA
इसी साल मई में भारत और ब्रिटेन के बीच FTA हुआ था। ये यूरोपीय संघ छोड़ने के बाद ब्रिटेन द्वारा किया गया सबसे बड़ा समझौता है। इससे ब्रिटेन में भारतीय निर्यात के 99 प्रतिशत पर टैरिफ शून्य कर दिया गया है, जिसमें कपड़े, चमड़ा, जूते, समुद्री उत्पाद, खेल सामग्री, खिलौने, रत्न और आभूषण, ऑटो पार्ट्स, इंजीनियरिंग गुड्स और जैविक रसायन शामिल हैं। वहीं, ब्रिटिश कंपनियों के लिए भारत में व्हिस्की, कार और अन्य उत्पादों का निर्यात आसान किया गया है।
अन्य समझौते
रक्षा, हिंद-प्रशांत और AI में सहयोग पर भी चर्चा संभव
प्रधानमंत्री मोदी की संभावित यात्रा के दौरान रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग को गहराई देने पर भी चर्चा होगी। भारत की 'मेक इन इंडिया' रक्षा नीति के अंतर्गत संयुक्त रक्षा निर्माण, AI आधारित निगरानी सिस्टम और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग संभव है। इसके अलावा ब्रिटेन के साथ बढ़ती नौसेना साझेदारी के तहत हिंद-प्रशांत नीति, जलवायु परिवर्तन, शिक्षा, स्वास्थ्य, डिजिटल गवर्नेंस और निवेश पर भी बातचीत की उम्मीद है।
मालदीव
मालदीव भी जा सकते हैं प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री इस महीने मालदीव भी जा सकते हैं। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने उन्हें 26 जुलाई को देश के स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है। पिछले कुछ समय में दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण रहे हैं। अगर प्रधानमंत्री मालदीव जाते हैं तो इसे द्विपक्षीय संबंधों में नरमी का बड़ा संकेत माना जाएगा। हालांकि, अभी दोनों दौरे की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।