
भारत और ब्रिटेन के बीच हुआ मुक्त व्यापार समझौता, प्रधानमंत्री मोदी और स्टार्मर ने की घोषणा
क्या है खबर?
भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) के बीच ऐतिहासिक रूप से मुक्त व्यापार समझौता (FTA) हो गया है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर वार्ता करने के बाद इसकी आधिकारिक घोषणा भी कर दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में भारत-UK मुक्त व्यापार समझौते के साथ-साथ दोहरे योगदान सम्मेलन के सफल समापन का भी स्वागत किया। स्टार्मर ने इस फैसले को उनकी परिवर्तन योजना का हिस्सा बताया है।
घोषणा
सरकार ने FTA को लेकर जारी किया बयान
सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने आज टेलीफोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने दोहरे योगदान सम्मेलन के साथ-साथ महत्वाकांक्षी और पारस्परिक रूप से लाभकारी भारत-UK के बीच सफल हुए मुक्त व्यापार समझौते का स्वागत किया है।" बता दें कि दोनों देशों के बीच FTA को लेकर पिछले काफी समय से वार्ता चल रही थी।
बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने FTA को लेकर क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, 'मेरे मित्र प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से बात करके खुशी हुई। एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में भारत और ब्रिटेन ने मुक्त व्यापार समझौते के साथ-साथ एक दोहरे योगदान सम्मेलन को सफलतापूर्वक संपन्न किया है। ये ऐतिहासिक समझौते हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करेंगे और हमारी दोनों अर्थव्यवस्थाओं में व्यापार, निवेश, विकास, रोजगार सृजन और नवाचार को बढ़ावा देंगे। मैं जल्द ही प्रधानमंत्री स्टारमर का भारत में स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं।'
बयान
प्रधानमंत्री स्टार्मर ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री स्टार्मर ने ट्रेडमार्क समझौते पर हस्ताक्षर करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, 'दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं के साथ गठबंधनों को मजबूत करना और व्यापार बाधाओं को कम करना एक मजबूत और अधिक सुरक्षित अर्थव्यवस्था प्रदान करने के लिए उनकी परिवर्तन योजना का हिस्सा है।" उन्होंने लिखा, 'यह भारत और ब्रिटेन के बीच आर्थिक और वाणिज्यिक संबंधों का विस्तार, लगातार मजबूत होती जा रही बहुआयामी साझेदारी की आधारशिला है।'
सवाल
क्या है FTA?
FTA दो या दो से अधिक देशों के बीच एक समझौता है जिसमें वे वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार को प्रभावित करने वाले कुछ दायित्वों पर सहमत होते हैं। इसमें निवेशकों और बौद्धिक संपदा अधिकारों के लिए सुरक्षा भी शामिल हो सकती है। यह आयात शुल्क को कम करने या समाप्त करने और व्यापार को बढ़ावा देने की कोशिश करता है। बता दें कि भारत और ब्रिटेन के बीच FTA को लेकर जनवरी 2022 में बातचीत शुरू हुई थी।
फायदा
FTA से भारत को क्या होगा फायदा?
आर्थिक थिंक टैंक GTRI के अनुसार, FTA से कई भारतीय निर्यातों को लाभ मिलने की उम्मीद है, जिनमें वस्त्र, शर्ट, पतलून और ड्रेस जैसे परिधानों के साथ बिस्तर, जूते, कालीन, ऑटोमोबाइल, समुद्री उत्पाद, अंगूर और आम शामिल हैं। इन सभी को वर्तमान में UK के बाजार में कम से मध्यम आयात शुल्क का सामना करना पड़ता है। दोनों देशों के बीच हुए इस FTA में 26 अध्याय हैं, जिनमें वस्तुएं, सेवाएं, निवेश और बौद्धिक संपदा अधिकार शामिल हैं।