जेपी नड्डा का ऐलान- नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी भाजपा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि पार्टी बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। उन्होंने भाजपा, जनता दल यूनाइटेड (JDU) और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा भी की। भाजपा का नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ना पहले से ही तय माना जा रहा था, हालांकि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से इसका ऐलान पहली बार किया गया है।
नड्डा बोले- हम जीतेंगे
बिहार भाजपा की कार्यसमिति को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए नड्डा ने ये ऐलान किए। भाजपा, JDU और LJP के गठबंधन पर भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा, "हम बिहार चुनाव साथ लड़ेंगे और विजयी बनकर उभरेंगे।" उन्होंने कहा, "बिहार के लोग भाजपा और NDA की तरफ इस उम्मीद से देखते हैं कि हम राज्य की तकदीर बदलेंगे। आप सभी बदलाव के दूत बनने जा रहे हैं। इसके लिए आपको प्रत्यके बूथ को जीतने के लिए लड़ना होगा।"
एक-दूसरे के हमलावर हैं JDU और LJP
बता दें कि नड्डा की तरफ से ये ऐलान ऐसे समय पर किया गया है जब JDU और LJP एक-दूसरे पर हमलावर हैं और JDU तो यहां तक कह चुकी है कि राज्य में उसका गठबंधन केवल भाजपा के साथ है।
बिहार में अक्टूबर-नवंबर में होंगे विधानसभा चुनाव
बता दें कि राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होने हैं। इन चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और JDU के नेतृत्व वाले NDA और कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच होगा। विपक्ष के कई बड़े नेता कोरोना वायरस महामारी के कारण चुनावों को टालने की मांग भी कर रहे हैं, हालांकि ऐसा होगा इसकी संभावना बेहद कम है।
जीतनराम मांझी के साथ छोड़ने से महागठबंधन को बड़ा झटका
चुनाव से ठीक पहले महागठबंधन को एक बड़ा झटका लग चुका है और तीन दिन पहले ही जीतनराम मांझी ने उसका साथ छोड़ने का ऐलान किया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, मांझी की JDU से बातचीत चल रही है और वह NDA में वापस जा सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो महादलितों के एक बड़े चेहरे के तौर पर NDA उनका फायदा उठा सकती है। रामविलास पासवान के रूप में NDA के पास पहले से ही एक दलित चेहरा है।
2015 विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे के खिलाफ लड़े थे भाजपा और JDU
बता दें कि 2015 में हुए पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में JDU और भाजपा एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़े थे। तब JDU महागठबंधन में शामिल थी और कांग्रेस और RJD के साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी। चुनाव में महागठबंधन की जीत हुई थी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में लगभग दो साल तक राज्य में उसकी सरकार भी रही, लेकिन जुलाई, 2017 में नीतीश उससे अलग हो गए और भाजपा के साथ जाकर सरकार बना ली।