भूमि पूजन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने रखी राम मंदिर की आधारशिला

लंबे इंतजार के बाद आखिरकार राम मंदिर की नींब रखी जा चुकी है। अयोध्या पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर की आधारशिला रख दी है। भूमि पूजन की तमाम प्रक्रिया पूरी करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने शुभ मुहर्त के समय शिला रखी। ठीक 12 बजकर 44 मिनट और आठ सेकंड पर आधार शिला रखी गई। इसके लिए महज 32 सेकंड का शुभ मुहर्त था। आधारशिला रखने के बाद प्रधानमंत्री ने वहां भूमि को प्रणाम किया।
भूमि पूजन कार्यक्रम के समय प्रधानमंत्री मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत मौजूद रहे। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने हनुमान गढ़ी मंदिर में दर्शन किए थे।
भूमि पूजन कार्यक्रम करा रहे पुजारी ने बताया कि 1989 में श्रद्धालुओं ने दुनियाभर से ईंटें भेजी थीं। ऐसी 2.75 लाख ईंटें हैं, जिनमें से 'जय श्रीराम' लिखी हुई 100 ईंटें ली गई हैं। उन 100 में से नौ ईंटे यहां रखी हुई हैं। आज नौ शिलाओं का पूजन हुआ है। इनमें से जो शिला सबसे बीच में है, वह कूर्म शिला है। इसी के ऊपर रामलला विराजमान होंगे। इसकी तस्वीर आप ऊपर देख सकते हैं।
#WATCH: #RamTemple 'Bhoomi Pujan' concludes at #Ayodhya.
— ANI (@ANI) August 5, 2020
Soil from more than 2000 pilgrimage sites and water from more than 100 rivers was brought for the rituals. pic.twitter.com/DRpoZEKYWw
प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या पहुंचने के बाद सबसे हनुमान गढ़ी मंदिर पहुंचे थे। रामलला के दर्शन करने से पहले इस मंदिर में पूजा करने की आस्था है। यहां पुजारियों ने प्रधानमंत्री को एक मुकुटनुमा पगड़ी पहनाई। यहां से निकलकर प्रधानमंत्री मोदी रामलला विराजमान के दर्शन करने पहुंचे। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने रामलला को साष्टांग दंडवत प्रणाम किया और परिसर में पारिजात का पौधा लगाया। इसके बाद भूमि पूजन का कार्यक्रम शुरू हुआ था।
'जय श्रीराम' और 'हर-हर महादेव' की गूंज के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर की शिला रखी। इसके साथ ही भूमि पूजन का कार्यक्रम का समापन हो गया। भूमि पूजन के लिए 2,000 तीर्थस्थलों की मिट्टी और लगभग 100 नदियों का जल मंगाया गया है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने के मौके पर देशवासियों को बधाई है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'राम-मंदिर निर्माण के शुभारंभ पर सभी को बधाई! मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम के मंदिर का निर्माण न्यायप्रक्रिया के अनुरूप तथा जनसाधारण के उत्साह व सामाजिक सौहार्द के संबल से हो रहा है। मुझे विश्वास है कि मंदिर परिसर, रामराज्य के आदर्शों पर आधारित आधुनिक भारत का प्रतीक बनेगा।'
भूमि पूजन से पहले श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंगलवार शाम को प्रस्तावित मंदिर की कुछ तस्वीरें टि्वटर पर साझा कर दी। तस्वीरें साझ़ा करने के साथ ट्रस्ट ने लिखा, 'श्री राम जन्मभूमि मंदिर विश्व में भारतीय स्थापत्य कला का अनुपम उदाहरण होगा। मंदिर भव्यता और दिव्यता की अद्वितीय कृति के रूप में विश्व पटल पर उभरेगा।' मंदिर की ऊंचाई 161 फीट होगी और गर्भगृह के पास पांच गुबंद होंगे। इसके निर्माण में करीब साढ़े तीन साल लगेंगे।