2024 में एक साथ नहीं होंगे लोकसभा और विधानसभा चुनाव, विधि आयोग ने जताई असमर्थता- रिपोर्ट
क्या है खबर?
देश में 2024 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ नहीं होंगे। विधि आयोग ने अपनी रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी है।
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, विधि आयोग ने कहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एक देश, एक चुनाव के लिए जरूरी तैयारी करना संभव नहीं हो पाएगा।
हालांकि, इस संबंध में विधि आयोग अपनी रिपोर्ट लोकसभा चुनावों से पहले जारी कर देगा।
बयान
क्या बोले विधि आयोग के अध्यक्ष?
इंडिया टुडे से बात करते हुए विधि आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति ऋतुराज अवस्थी ने कहा, "रिपोर्ट में कुछ समय लगेगा, क्योंकि एक साथ चुनावों पर अभी भी कुछ काम चल रहा है।"
इससे पहले बुधवार को अवस्थी ने कहा था, "एक साथ चुनावों पर अभी भी कुछ काम चल रहा है। हमने रिपोर्ट को अंतिम रूप नहीं दिया है। इसको अंतिम रूप देने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं है।"
बैठक
27 सितंबर को हुई थी विधि आयोग की बैठक
27 सितंबर को हुई विधि आयोग की बैठक में एक देश, एक चुनाव समेत 3 अहम मुद्दों पर चर्चा की गई थी। इसमें यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत सहमति से यौन संबंध बनाने की उम्र 18 से घटाकर 16 साल किए जाने पर चर्चा हुई।
ऑनलाइन FIR दर्ज करने के प्रावधानों पर भी चर्चा हुई। आयोग ने POCSO और ऑनलाइन FIR की अंतिम रिपोर्ट कानून मंत्रालय को भेज दी है।
सुझाव
आयोग ने मांगे थे सुझाव
आयोग ने पिछले साल दिसंबर में राजनीतिक पार्टियों, चुनाव आयोग, नौकरशाहों, शिक्षाविदों और विशेषज्ञों से एक देश, एक चुनाव के मुद्दे पर सुझाव मांगे थे। सभी हितधारकों से 6 प्रश्न पूछे गए थे।
आयोग ने विशेषज्ञों से पूछा था कि ये अवधारणा किसी भी संवैधानिक अधिकार या मूल्य का उल्लंघन तो नहीं है।
आयोग का कहना था कि उसे त्रिशंकु संसद या विधानसभा की स्थिति से निपटने के लिए सुझाव मिले थे, जिन पर विचार किया जा रहा है।
संशोधन
एक साथ चुनाव के लिए करने होंगे 5 संविधान संशोधन
विशेषज्ञों के मुताबिक, देश में एक साथ विधानसभा और लोकसभा चुनाव कराने के लिए संविधान में कम से कम 5 संशोधन करने होंगे। पूर्व जज जस्टिस बीएस चौहान की अगुवाई में 21वें विधि आयोग ने भी ये बात कही थी।
ये संशोधन विधानसभाओं के कार्यकाल में समानता लाने, अविश्वास प्रस्ताव पेश होने, बीच कार्यकाल में ही सरकार गिर जाने और किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने जैसी परिस्थितियों के लिए होंगे।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
'एक देश, एक चुनाव' से आशय विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ कराए जाने से है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक साथ चुनाव 2 चरणों में करवाए जा सकते हैं। पहले चरण में लोकसभा और कुछ राज्यों की विधानसभा के लिए मतदान हो सकता है। दूसरे चरण में बाकी राज्यों के विधानसभा चुनाव एक साथ हो सकते हैं।
अगर राज्य सरकार बीच में गिर जाती है तो दूसरी बार में अन्य राज्यों के साथ उस राज्य के दोबारा चुनाव हो सके।