कोरोना वायरस के कारण इस साल नहीं होगी कांवड़ यात्रा
देशभर में कोरोना वायरस (COVID-19) के बढ़ते मामलों के कारण हर साल सावन में होने वाली कांवड़ यात्रा इस बार नहीं होगी। शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक कर कांवड़ यात्रा के मामले पर विचार किया था। इन मुख्यमंत्रियों ने आम सहमति से यह फैसला लिया कि कोरोना वायरस के कारण इस साल कांवड़ यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी।
लाखों की संख्या में इकट्ठे होते हैं श्रद्धालु
मुख्यमंत्रियों ने कहा कि उनके राज्यों के धार्मिक गुरू और कांवड़ संघ इस साल कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए कांवड़ यात्रा को निलंबित करने की सिफारिश कर रहे थे। इस पर विचार करने के बाद सरकार ने जनहित में यह फैसला लिया है। बता दें कि हर साल देश के अलग-अलग हिस्से से आने वाले लाखों की संख्या में श्रद्धालु इस यात्रा में भाग लेते थे। अधिकतर श्रद्धालु हरिद्वार और ऋषिकेश आदि स्थानों से गंगाजल लेकर जाते हैं।
संक्रमण फैलने का खतरा बड़ा
कांवड़ियों की विशाल संख्या को देखते हुए सरकारों को उनके लिए विशेष इंतजाम करने होते हैं। हजारों की संख्या में श्रद्धालु एक साथ गंगा में डुबकी लगाते हैं और मंदिरों में पूजा-पाठ करते हैं। उनकी पैदल यात्रा के लिए रास्ते में कई जगहों पर विश्रामशालाएं बनाई जाती हैं, जहां उनके खाने-पीने का इंतजाम किया जाता है। कोरोना वायरस के समय में इतने बड़ी भीड़ को इकट्ठा होने की अनुमति देने पर संक्रमण फैलने की आशंका कई गुना बढ़ जाती है।
इस साल 6 जुलाई से शुरू होनी थी यात्रा
इसे देखते हुए राज्य सरकारों ने फैसला लिया है कि कांवड़ यात्रा को इस बार स्थगित कर दिया जाए। इस साल यह यात्रा 6-17 जुलाई के बीच होनी थी। इस दौरान अलग-अलग राज्यों से कांवड़िये हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने पास के शिवमंदिरों में जाते, लेकिन कोरोना वायरस के कारण इस बार इस पर रोक लग गई है। सैकडों सालों की परंपरा में यह शायद पहली बार है जब कांवड़ यात्रा स्थगित हुई है।
पंजाब, दिल्ली और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों से भी बात करेंगे रावत
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यात्रा को लेकर केंद्रीय मंत्री अमित शाह से भी बातचीत की थी। शाह ने यात्रा पर गंभीरता से विचार करने को कहा था। रावत अब पंजाब, दिल्ली और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों से भी इस संबंध में बातचीत करेंगे।
लगातार फैलता जा रहा है कोरोना वायरस का प्रकोप
उत्तराखंड, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, हरियाणा में अब तक 10,223 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई और 149 लोग इस खतरनाक वायरस के कारण दम तोड़ चुके हैं। इसी तरह उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में क्रमश: 2,301 और 16,594 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। उत्तराखंड में जहां 27 लोगों की मौत हुई है, वहीं उत्तर प्रदेश में मृतकों की संख्या 507 है।
देश में 4 लाख से ज्यादा मामले
अगर पूरे देश की बात करें तो अब तक कोरोना वायरस के 4,10,461 मामले सामने आ चुके है। इनमें से 1,69,451 सक्रिय मामले हैं, 2,27,755 लोग महामारी को हराकर ठीक हो चुके हैं और 13,254 लोगों की मौत हुई है। भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या दो लाख से चार लाख पहुंचने में 18 दिन लगे हैं। 3 जून को देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या दो लाख के पार हुई थी।