कोरोना वायरस: मुंबई में बीते दिन सामने आए पिछले तीन महीने में सबसे कम मामले
दिल्ली के साथ-साथ अब मुंबई में भी कोरोना वायरस महामारी की स्थिति सुधरती नजर आ रही है। शहर में सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के लगभग 700 मामले सामने आए जो पिछले तीन महीने में एक दिन में सामने आए सबसे कम मामले हैं। सबसे बेहतर बात ये रही कि सोमवार को मुंबई में रिकॉर्ड 8,776 टेस्ट किए गए, जो अब तक एक दिन में किए गए सबसे अधिक टेस्ट हैं।
मुुंबई देश का दूसरा सबसे अधिक प्रभावित शहर
दिल्ली के बाद देश के दूसरे सबसे अधिक प्रभावित शहर मुंबई में अब तक 1.20 लाख लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है। मुंबई एक समय दिल्ली से भी आगे था और यहां रोजाना 2,000 के करीब नए मामले सामने आ रहे थे। हालांकि पिछले कुछ हफ्तों में स्थिति में सुधार हुआ है और शहर का कोरोना वायरस कर्व फ्लैट होते हुए नजर आ रहा है। पिछले कई हफ्तों से यहां रोजाना 1,000-1,500 मामले सामने रहे थे।
मुंबई की मृत्यु दर 5.50 प्रतिशत से अधिक
अगर मौतों की बात करें तो मुंबई में एक समय रोजाना 70 से अधिक लोग कोरोना वायरस की वजह से दम तोड़ रहे थे और अब ये आंकड़ा 40 के आसपास आ गया है। मुंबई में अब तक लगभग 6,200 लोगों की कोरोना के संक्रमण से मौत हो चुकी है और उसकी मृत्यु दर लगभग 5.50 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत से लगभग दोगुनी है। उच्च मृत्यु दर का एक अहम कारण मरीजों का देरी से अस्पताल पहुंचना है।
मुंबई में रिकवरी रेट 73 प्रतिशत, 68 दिन में दोगुने हो रहे मामले
मुंबई की रिकवरी रेट में भी पिछले कुछ हफ्तों में सुधार हुआ है और अभी शहर की रिकवरी रेट 73 प्रतिशत है। यहां अब तक 82,000 से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं और सक्रिय मामलों की संख्या लगभग 22,000 है। मुंबई की स्थिति में सुधार का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 20 जुलाई से 26 जुलाई के बीच यहां मामलों की वृद्धि दर 1.03 प्रतिशत रही और मामले 68 दिन में दोगुने हो रहे हैं।
धारावी में संक्रमण खत्म होने की कगार पर
मुंबई और एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी की स्थिति में भी पिछले एक महीने में सुधार हुआ है और यहां संक्रमण खत्म होने की कगार पर है। बस्ती में अभी 98 सक्रिय मामले हैं और सोमवार को यहां नौ नए मामले सामने आए।
अभी भी अलर्ट पर है प्रशासन, दूसरी लहर की आशंका
कोरोना वायरस संबंधी आंकड़ों से मिल रहे अच्छे संकेतों के बीच विशेषज्ञों ने सावधानी बनाए रखने को कहा है। प्रशासन और विशेषज्ञों का कहना है कि अभी वैक्सीन आने में बहुत समय है और शहर में संक्रमण की दूसरी लहर भी आ सकती है। प्रशासन इसलिए भी चिंतित है क्योंकि मुंबई के आसपास के जिलों में अभी भी बड़ी मात्रा में नए मामले सामने आ रहे हैं और सक्रिय मामलों की संख्या भी काफी अधिक है।