बरेली: सात साल के बच्चे ने रेता छोटे भाई का गला, हालत नाजुक
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश में बरेली जिले के नवाबगंज में खेल-खेल में हुई लड़ाई के बाद सात वर्षीय बालक द्वारा अपने चार वर्षीय चचेरे भाई का गला रेतने की सनसनीखेज घटना सामने आई है।
घटना के बाद परिजनों ने घायल बालक को लहुलुहान हालत में अस्पताल में भर्ती कराया, जहां मासूम की हालत नाजुक बनी हुई है।
सूचना पर अस्पताल पहुंची पुलिस ने परिजनों से घटना की जानकारी ली और मामले की जांच शुरू कर दी।
घटना
खेलने के दौरान हुआ दोनों बच्चों के बीच झगड़ा
india.com के अनुसार नवाबगंज थानाप्रभारी सुरेंद्र सिंह पचोरी ने बताया कि चौपुला माहल्ला निवासी शहबाज का चार वर्षीय बेटा जैनुल घर के बाहर गली में अपने ताऊ के सात वर्षीय लड़के के साथ खेल रहा था।
घटना के समय दोनों बच्चों के पिता मजदूरी के लिए बाहर गए हुए थे। उस दौरान दोनों बच्चों में झगड़ा हो गया।
झगड़े के बाद सात वर्षीय बालक घर चला गया और गुस्से में वहां से चाकू लेकर वापस आ गया।
हमला
मारपीट कर चाकू से किया गले पर हमला
थानाप्रभारी पचोरी ने बताया कि सात वर्षीय बालक ने वापस आकर अपने चचेरे भाई को पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद वह उसे खींचकर घर से बाहर ले आया और चाकू से उसके गले पर कई हमले कर दिए। इससे जैनुल बेहोश होकर गिर गया। अन्य बच्चों ने जैनुल के घर जाकर घटना की जानकारी दी।
इसके बाद जैनुल की मां ने उसे गंभीर हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
आरोप
जैनुल की मां ने भाभी पर लगाया बच्चे को उकसाने का आरोप
थानाप्रभारी पचोरी ने बताया कि जैनुल की मां ने अपनी भाभी पर बच्चें को उकसाने का आरोप लगाया है।
उसने कहा कि झगड़े के बाद उसकी भाभी ने अपने बेटे को मारपीट पर चाकू से हमला करने के लिए उकसाया था।
इसके बाद उसने जैनुल के गले पर चाकू से हमला किया था। हालांकि, बाद में महिला ने रिपोर्ट वापस ले ली और कहा कि यह बच्चों के झगड़े मामला है और इसे घर में ही सुलझा लिया जाएगा।
कार्रवाई
बच्चे के कुछ होने पर पुलिस करेगी कार्रवाई
थानाप्रभारी पचोरी ने बताया कि घायल बालक की मां ने फिलहाल रिपोर्ट वापस ले ली है। ऐसे में अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।
पुलिस की एक टीम अस्पताल में बच्चे की हालत पर नजर बनाए हुए है। यदि बच्चे को कुछ होता है तो पुलिस मामले में कार्रवाई करेगी।
उन्होंने कहा कि यह सामान्य मामला नहीं है। खेल-खेल की लड़ाई में बच्चे द्वारा अपने साथी पर चाकू से हमला करना गंभीर मामला है।