लालकृष्ण आडवाणी को मिलेगा भारत रत्न, प्रधानमंत्री मोदी ने किया ऐलान
भाजपा नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका ऐलान किया है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, 'मुझे यह बताते हुए खुशी रही है कि आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। आडवाणी हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक हैं। उनका भारत के विकास में योगदान अविस्मरणीय है।' बता दें कि आडवाणी 2002 से 2004 तक उपप्रधानमंत्री रहे थे।
आडवाणी बोले- ये सम्मान की बात
भारत रत्न मिलने पर आडवाणी ने कहा, "अत्यंत विनम्रता और कृतज्ञता के साथ, मैं 'भारत रत्न' स्वीकार करता हूं जो आज मुझे प्रदान किया गया है। यह न केवल एक व्यक्ति के रूप में मेरे लिए सम्मान की बात है, बल्कि उन आदर्शों और सिद्धांतों के लिए भी सम्मान की बात है, जिनकी मैंने अपनी पूरी क्षमता से जीवन भर सेवा की है।" आडवाणी ने इस मौके पर पंडित दीन दयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद किया।
क्या बोले प्रधानमंत्री?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, 'हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं।'
राम मंदिर आंदोलन के दौरान आडवाणी ने निकाली थी रथ यात्रा
आडवाणी ने राम मंदिर आंदोलन को धार देने के लिए 1990 के दशक में सोमनाथ से अयोध्या तक रथयात्रा निकाली थी। उस वक्त उन्हें बिहार में गिरफ्तार भी किया गया था। उनके खिलाफ मस्जिद गिराने की साजिश का आपराधिक मुकदमा भी चलाया गया था। फिलहाल वे भाजपा के मार्गदर्शक मंडल में हैं और सक्रिय राजनीति से दूर हैं। हाल ही में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को लेकर भी आडवाणी सुर्खियों में आए थे।
सबसे लंबे समय तक भाजपा अध्यक्ष रहे हैं आडवाणी
भाजपा के गठन के बाद से ही आडवाणी सबसे लंबे समय तक पार्टी के अध्यक्ष रहे हैं। वे पहली बार 1986 से 1990 तक भाजपा अध्यक्ष रहे। इसके बाद 1993 से 1998 और 2004 से 2005 तक दोबारा इस पद का जिम्मा संभाला। इसके अलावा वे 5 बार लोकसभा और 4 बार राज्यसभा सांसद रहे हैं। 2015 में उन्हें तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पद्म विभूषण से सम्मानित किया था।
हाल ही में कर्पूरी ठाकुर को मिला था भारत रत्न
बीते महीने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। ठाकुर की 100वीं जयंती से पहले सरकार ने उन्हें ये सम्मान देने का ऐलान किया था। बता दें कि ठाकुर को पिछड़ी जातियों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए जाना जाता है। वे 2 बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे और इस दौरान उन्होंने कई ऐसे काम किए, जिन्होंने उन्हें पिछड़ी जातियों का मसीहा बना दिया और उन्हें 'जननायक' की उपाधि दी गई।
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान राजनीति, कला, साहित्य, विज्ञान के क्षेत्र में किसी विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को दिया जाता है। 2 जनवरी, 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने इस सम्मान को देने की शुरुआत की थी। आडवाणी इस सम्मान को पाने वाले 50वें शख्स हैं। इसमें केवल प्रमाण पत्र और मेडल मिलता है, कोई धनराशि नहीं मिलती। विदेशी हस्तियों को भी ये सम्मान दिया जाता है।