केरल: राज्यपाल के मुख्यमंत्री पर उन पर हमला करवाने का आरोप लगाने का मामला क्या है?
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री पिनरई विजयन एक बार फिर आमने-सामने हैं। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री विजयन पर उन्हें शारीरिक रूप से चोट पहुंचाने की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया है। ये आरोप सत्तारूढ़ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की छात्र शाखा स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के कार्यकर्ताओं द्वारा राज्यपाल खान के काफिले को रोक जाने के बाद लगाए गए हैं। आइए जानते हैं कि ये पूरा मामला क्या है और किसने क्या कहा।
क्या है मामला?
सोमवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान दिल्ली जाने के लिए तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट के लिए निकले थे। इस दौरान रास्ते में उनके काफिले को SFI कार्यकर्ताओं द्वारा काले झंडे दिखाकर रोका गया और कथित तौर पर उन पर हमला करने की कोशिश की गई। इस घटना को लेकर ही राज्यपाल ने मुख्यमंत्री विजयन पर हमले की साजिश रचने के आरोप लगाए हैं। मामले में केरल पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए 7 SFI कार्यकर्ताओं के गिरफ्तार किया है।
राज्यपाल ने मुख्यमंत्री पर क्या आरोप लगाए?
राज्यपाल खान का दावा है कि मुख्यमंत्री विजयन के इशारे पर उनके काफिले पर हमला हुआ। उन्होंने कहा, "मैं स्पष्ट रूप से कह रहा हूं कि यह मुख्यमंत्री हैं, जो साजिश रच रहे हैं और मुझे चोट पहुंचाने के लिए इन लोगों को भेज रहे हैं। तिरुवनंतपुरम में 'गुंडांराज' हो गया है।" उन्होंने कहा, "अगर मुख्यमंत्री किसी बात पर असहमत हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें हमले की साजिश रचनी चाहिए। मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं।"
राज्यपाल का दावा- मुख्यमंत्री के निर्देश पर चुप रही पुलिस
राज्यपाल ने कहा, "प्रदर्शनकारी पहले से वाहनों में बैठे थे, जिसका मतलब है कि पुलिस को पता था, लेकिन जब निर्देश सीधे मुख्यमंत्री दे रहे हैं तो पुलिस बेचारी क्या करेगी? जब मेरी कार को टक्कर मारी और मैं कार से उतरा तो वो सब जीप में बैठ कर भाग गए।" उन्होंने कहा, "अगर मुख्यमंत्री का कार्यक्रम होता है तो क्या प्रदर्शनकारी इस तरह कार में उनके पास आ सकते हैं? मेरे काफिले को 2 जगहों पर रोका गया।"
पुलिस ने मामले में क्या किया और क्या कहा?
केरल पुलिस ने मामले में 7 SFI कार्यकर्ताओं को गिफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 143, 149, 147, 283 और 353 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारी केरल विश्वविद्यालय की समिति में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के उम्मीदवारों को नियुक्त किए जाने को लेकर राज्यपाल से नाराज थे। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल के काफिले को एक विशेष स्थान पर रोका और उन्हें काले झंडे दिखाए।
विपक्ष ने मामले में क्या कहा?
विपक्ष ने राज्यपाल पर कथित हमले के पीछे मुख्यमंत्री का हाथ होने का आरोप लगाया है। यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) नेता वीडी सतीशन ने कहा कि राज्य में पहली बार SFI कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमले की साजिश में शामिल होने के आरोप लगे हैं और इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्रन ने दावा किया कि यह घटना पुलिस की मिलीभगत से हुई है और राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।
न्यूजबाइट्स प्लस
राज्यपाल और केरल सरकार के बीच तनातनी का यह कोई पहला मामला नहीं है। मुख्यमंत्री विजयन राज्यपाल पर विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों पर सहमति देने में देरी का आरोप लगा चुके हैं। मामले में सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दाखिल की है। इसमें कहा गया है कि विधानसभा से पारित ऐसे विधेयकों को राज्यपाल द्वारा मंजूरी नहीं दी गई है, जो सार्वजनिक हितों से जुड़े हैं और इसके कारण राज्य की जनता को लाभ नहीं मिल पा रहा।