कर्नाटक: स्टॉक में कम हुईं कोरोना के इलाज के लिए जरूरी दो दवाएं
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के मामलों में तेज उछाल का सामना कर रहे कर्नाटक में संक्रमण के इलाज के लिए जरूरी दो दवाएं कम हो गई हैं।
केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार कर्नाटक के स्टॉक में डेक्समेथासोन के 11 लाख और पोसाकोनाजोल के 10,000 टीके होने चाहिए, लेकिन अभी राज्य के पास इनके क्रमश: 50,000 और 1,200 टीके ही उपलब्ध हैं।
बता दें कि केंद्र ने राज्यों को कोरोना के इलाज के लिए छह दवाओं की सूची भेजी हुई है।
बयान
हफ्ते भर में डेक्सामेथासोन का स्टॉक पूरा होने की उम्मीद
डेक्कन हेराल्ड के अनुसार, कर्नाटक के स्वास्थ्य आयुक्त डी रणदीप ने कहा कि डेक्सामेथासोन की खरीद के लिए ऑर्डर जारी कर दिया गया है और सप्ताह के भीतर पर्याप्त खुराकें मिल जाएंगी।
उन्होंने कहा कि इस टीके का इस्तेमाल लंबे समय से चली आ रही फेफड़ों की बीमारियों से जुड़े मामलों में किया जाता है और अभी इसकी तेजी से जरूरत नहीं पड़ रही है। ऐसे में लग नहीं रहा कि इसकी कमी पड़ेगी।
दवा
बाजार में भी नहीं मिल रही पोसाकोनाजोल- सुधाकर
डेक्सामेथासोन के अलावा कर्नाटक के स्टॉक में एंटी फंगल दवा पोसाकोनाजोल भी तय स्तर से कम है।
यह ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीजों के अलावा कैंसर और रक्त संक्रमण से पीड़ित मरीजों के इलाज में इस्तेमाल की जाती है। इस दवा को एम्फोटेरिसीन बी के विकल्प के तौर पर उपयोग किया जाता है।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने बताया कि उनके विभाग को यह दवा बाजार में नहीं मिल रही है।
विशेषज्ञ की राय
विशेषज्ञ का क्या कहना है?
बेंगलुरू के फोर्टिस अस्पताल से जुड़े डॉ विवेक पडेगल ने कहा कि डेक्सामेथासोन की वैकल्पिक दवा मेथाइलप्रेडिनिसोलोन पर्याप्त मात्रा में उपल्बध है, लेकिन दूसरी लहर में सारी चीजें कम पड़ गई थीं।
पडेगल के अनुसार, पोसाकोनाजोल की जरूरत किसी मरीज के संक्रमण से ठीक होने के चार से 12 सप्ताह बाद पड़ती है, जब किसी को फंगल इंफेक्शन होता है। इसका इस्तेमाल कैंसर और रक्त संक्रमण में भी होता है इसलिए इसकी मांग ज्यादा होती है।
कर्नाटक
केवल इमरजेंसी में अस्पताल आएं मरीज- सरकार
राज्य में महामारी की स्थिति को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने कहा है कि अगले दो सप्ताह तक केवल इमरजेंसी देखभाल की जरूरत वाले मरीज ही अस्पताल आएं ताकि भीड़ इकट्ठी न हो सके। सरकार ने बाकी मरीजों से अगले आदेश तक अस्पताल न आने की अपील की है।
निजी अस्पतालों से भी इस तरह के कदम उठाने को कहा गया है। बता दें कि राज्य में संक्रमण तेजी से अपने पैर पसार रहा है।
जानकारी
कर्नाटक में संक्रमण की क्या स्थिति?
देश के तीसरे सर्वाधिक प्रभावित राज्य कर्नाटक में बीते दिन 32,793 नए मामले सामने आए और सात मौतें हुईं। इसी के साथ यहां संक्रमितों की कुल संख्या 31,86,040 हो गई है। इनमें से 38,418 लोगों की मौत हुई है।