कर्नाटक: चिक्काबल्लापुर में मच्छरों में मिला घातक जीका वायरस, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के करीब चिक्काबल्लापुर जिले में मच्छरों में घातक जीका वायरस मिला है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। समाचार एजेंसी IANS के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी कि राज्य के 68 अलग-अलग स्थानों पर मच्छरों के शरीर में जीका वायरस की मौजूदगी को लेकर टेस्ट किया गया था। इसी अभ्यास में चिक्काबल्लापुरा जिले के 6 स्थानों से नमूने लिए गए, जिनमें वायरस पाया गया।
देश में पहली बार 2016-17 में आया था जीका वायरस का मामला
देश में पहली बार 2016-17 में जीका वायरस के मामले मिले थे। पिछले साल दिसंबर में कर्नाटक में एक 5 साल की बच्ची में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसी साल पुणे में भी बावधन क्षेत्र में 67 वर्षीय बुजुर्ग में जीका वायरस पाया गया था। संक्रमण की चपेट में आने से पहले उन्होंने गुजरात के सूरत की यात्रा की थी। इसके अलावा केरल और उत्तर प्रदेश में भी जीका वायरस के मरीज सामने आए थे।
क्या है जीका वायरस?
जीका वायरस एडीज मच्छरों के काटने से फैलता है, जो डेंगू और चिकनगुनिया भी फैलाते हैं। इसके मामले ठंड में अधिक होते हैं। वायरस सबसे पहले युगांडा में 1947 में पाया गया था। इसके मच्छर दिन में काटते हैं। एशिया में इस संक्रमण का प्रभाव ज्यादा है। संक्रमण की मृत्यु दर कम है और 5 में से एक में ही लक्षण दिखते हैं। हल्का बुखार, शरीर पर लाल चकत्ते, जोड़ों का दर्द, आंख लाल और सिरदर्द होना इसके लक्षण हैं।