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फ्रांस से 26 राफेल लड़ाकू विमान खरीदेगा भारत, 63,000 करोड़ रुपये के समझौते को मिली मंजूरी
26 राफेल विमान खरीदेगा भारत

फ्रांस से 26 राफेल लड़ाकू विमान खरीदेगा भारत, 63,000 करोड़ रुपये के समझौते को मिली मंजूरी

लेखन आबिद खान
Apr 09, 2025
01:32 pm

क्या है खबर?

समुद्र में भारतीय नौसेना की ताकत बढ़ने जा रही है। भारत ने फ्रांस से 26 राफेल मरीन लड़ाकू विमान खरीदने के लिए समझौते को मंजूरी दे दी है। 63,000 करोड़ रुपये से अधिक के इस सौदे पर जल्द ही हस्ताक्षर किए जा सकते हैं। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, इस सौदे के तहत भारतीय नौसेना को 22 सिंगल-सीटर और 4 ट्विन-सीटर विमान मिलेंगे। सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने इस सौदे पर मुहर लगा दी है।

समझौता

2031 तक नौसेना को मिल जाएंगे सभी विमान

इंडिया टुडे के मुताबिक, सौदे के तहत भारतीय नौसेना को विमानों के रखरखाव, रसद सहायता, कर्मियों के प्रशिक्षण और स्वदेशी विनिर्माण घटकों के लिए ऑफसेट दायित्वों के तहत पूरा पैकेज मिलेगा। सौदा पूरा होने के बाद 2029 के अंत तक भारत को विमान मिलना शुरू हो जाएंगे और 2031 तक सभी विमान नौसेना को सौंप दिए जाएंगे। इन विमानों को INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य जैसे एयरक्राफ्ट कैरियर्स से संचालित किया जाएगा।

परिचय

कैसा है राफेल मरीन लड़ाकू विमान?

राफेल M राफेल लड़ाकू विमान का नौसैनिक संस्करण है। इसका पूरा नाम राफेल मैरीटाइम लड़ाकू विमान है। इसे फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने बनाया है। 15.27 मीटर लंबा और 5.34 मीटर ऊंचा ये विमान 1,912 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम है। ये अपने साथ एक बार में 4,700 किलोग्राम ईंधन लेकर लगातार 3,700 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है। यह अधिकतम 55,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है।

खासियत

क्या है विमानों की खासियत?

राफेल M पर हवा से हवा में मार करने वाली बियोंड विजुअल रेंज (BVR) मिसाइल लग सकती है। इसके अलावा अपाचे, स्टॉर्म शैडो, स्कैल्प और हैमर जैसी मिसाइलें भी इस पर तैनात की जा सकती हैं। ये परमाणु हथियारों से लैस मिसाइल ले जाने में भी सक्षम है। ये माइक्रोवेव लैंडिंग सिस्टम, समुद्र में संचालन के लिए उपयुक्त थेल्स RBE2-M रडार प्रणाली और लैंडिग नियंत्रित करने के लिए अरेस्टर हुक से लैस है।

तैनाती

हिंद महासागर में होगी तैनाती

चीन की चुनौती को देखते हुए इन विमानों को हिंद महासागर में तैनात किया जाएगा। नौसेना इन्हें आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में INS डेगा में तैनात कर सकती है। इस समझौते के लिए पहली चर्चा जून, 2024 में हुई थी। तब फ्रांस सरकार और दसॉल्ट के अधिकारियों ने रक्षा मंत्रालय की समिति से चर्चा की थी। 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान भी इस सौदे को लेकर चर्चा होने की खबरें थीं।

पिछले विमान

2016 में भारत ने खरीदे थे 36 राफेल विमान

भारत के पास फिलहाल 36 राफेल विमान हैं। इन्हें साल 2016 में करीब 60,000 करोड़ रुपये के सौदे के बाद खरीदा गया था। 2022 की दिसंबर में इस सौदे का आखिरी विमान भारत को मिला था। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत फ्रांस से स्कॉर्पीन श्रेणी की 3 पनडुब्बी भी खरीद सकता है। इन्हें पनडुब्बी खरीद के 'प्रोजेक्ट 75' की रिपीट क्लॉज के तहत खरीदा जाएगा और मुंबई के मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड में बनाया जाएगा।