सूडान में फंसे भारतीयों की सुरक्षा को लेकर प्रयास तेज, 4 देशों से की गई बात
सूडान में सत्ता को लेकर सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच संघर्ष पिछले 6 दिनों से लगातार जारी है। इस बीच भारत सरकार ने सूडान में फंसे भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। बतौर रिपोर्ट्स, विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने हिंसाग्रस्त सूडान में भारतीयों की सुरक्षा को लेकर अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम (UK), सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के अधिकारियों से बातचीत की है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने सऊदी और UAE के विदेश मंत्रियों के साथ की चर्चा
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने सूडान की स्थिति को लेकर सऊदी अरब और UAE के विदेश मंत्रियों के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि वह अपने समकक्षों के साथ लगातार संपर्क में रहेंगे। इंडिया टुडे के मुताबिक, वाशिंगटन डीसी में स्थित भारतीय दूतावास और लंदन में स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारी भी अमेरिकी और ब्रिटिश सरकार के साथ संपर्क में हैं। विदेश मंत्रालय के अधिकारी संयुक्त राष्ट्र (UN) के साथ भी काम कर रहे हैं।
भारतीयों के साथ लगातार संपर्क में है दूतावास- जयशंकर
जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि सूडान में 14 अप्रैल को लड़ाई शुरू होने के बाद से ही भारतीय दूतावास भारतीयों और भारतीय मूल के लोगों के साथ संपर्क में है। उन्होंने आगे कहा, 'सुरक्षा कारणों के चलते उन लोगों की जानकारी और स्थान सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। भयानक लड़ाई के चलते लोगों के आवागमन में परेशानी आ रही है।' गौरतलब है कि सूडान में एक भारतीय समेत 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
सूडान में भारतीय दूतावास ने जारी किए दिशा-निर्देश
सूडान की राजधानी खार्तूम में स्थित भारतीय दूतावास ने स्थिति को लेकर भारतीयों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। दूतावास ने ट्वीट किया, 'हमारे सामने लूटपाट की कई घटनाएं आ रही हैं। सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वह बाहर न घूमें। कृपया अपने राशन की आपूर्ति करें। अभी कुछ दिन और यह स्थिति बनी रह सकती है। कृपया अपने पड़ोसियों से मदद लेने की कोशिश करें। कृपया घर पर रहें और सुरक्षित रहें।'
विदेश मंत्रालय ने स्थापित किया कंट्रोल रूम
विदेश मंत्रालय ने सूडान में फंसे भारतीयों और उनके परिजनों को जानकारी और मदद उपलब्ध करवाने के लिए एक कंट्रोल रूम की स्थापना कर हेल्पलाइन नंबर और मेल ID जारी की है। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कंट्रोल रूम का दौरा किया।
सूडान में क्यों चल रहा है संघर्ष?
सूडान में सेना और रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच संघर्ष चल रहा है। इसके पीछे की बड़ी वजह देश की सत्ता पर कब्जा करना है। अक्टूबर, 2021 में देश में हुए तख्तापलट के बाद RSF और सेना के बीच एक समझौता हुआ था। हाल ही में इस समझौते के विफल होने के बाद संघर्ष बढ़ गया है। RSF की स्थापना 2013 में पूर्व राष्ट्रपति उमर अल-बशीर ने की थी। मुख्य लड़ाई दो जनरलों के बीच है।